Edited By jyoti choudhary,Updated: 23 Oct, 2024 01:50 PM
दिवाली से पहले केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ी खुशखबरी दी है। सरकार ने उसना चावल और भूरा चावल के निर्यात को लेकर किसानों को बड़ी राहत दी है। सरकार ने 22 अक्टूबर को उसना चावल, ब्राउन राइस और धान के निर्यात टैक्स को जीरो कर दिया है यानी अब इस चावल पर...
बिजनेस डेस्कः दिवाली से पहले केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ी खुशखबरी दी है। सरकार ने उसना चावल और भूरा चावल के निर्यात को लेकर किसानों को बड़ी राहत दी है। सरकार ने 22 अक्टूबर को उसना चावल, ब्राउन राइस और धान के निर्यात टैक्स को जीरो कर दिया है यानी अब इस चावल पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। इससे पहले उसना चावल के निर्यात पर 10 प्रतिशत टैक्स लगता था।
यह फैसला ऐसे समय में आया है जब दुनिया के सबसे बड़े अनाज निर्यातक देश में भंडार बढ़ गया है। साथ ही देश में मानसून के बाद बंपर फसल होने की संभावना है। पिछले महीने टैक्स को 20 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया गया था। इसके बाद मंगलवार को इसे शून्य कर दिया गया है।
एक दिन पहले ये आया था फैसला
वित्त मंत्रालय की ओर से मंगलवार देर रात जारी अधिसूचना के अनुसार, उसना चावल, भूरा चावल (ब्राउन राइस) और धान पर निर्यात शुल्क 10 प्रतिशत से घटाकर शून्य कर दिया गया है। यह छूट 22 अक्टूबर से प्रभावी हो गई। सूत्रों ने बताया कि इस शुल्क कटौती पर निर्वाचन आयोग की मंजूरी मिल गई है, बशर्ते कि इससे कोई राजनीतिक लाभ न उठाया जाए।
झारखंड और महाराष्ट्र में अगले महीने चुनाव होने वाले हैं। सरकार ने पिछले महीने गैर-बासमती सफेद चावल को निर्यात शुल्क से छूट दे दी थी। इसके अलावा उसना चावल, भूरा चावल (ब्राउन राइस) और धान पर भी निर्यात शुल्क 20 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया था। वहीं निर्यात को बढ़ावा देने तथा किसानों की आय बढ़ाने के लिए बासमती चावल के न्यूनतम निर्यात मूल्य को भी समाप्त कर दिया गया है।