Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Aug, 2024 05:30 PM
गाड़ियों में पसंदीदा नंबर प्लेट्स लगवाने का शौक जल्द ही महंगा हो सकता है, क्योंकि सरकार फैंसी नंबर प्लेट्स पर 28% की GST दर लागू करने की योजना बना रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रस्ताव को वित्त मंत्रालय के पास भेजा गया है, जिसमें पूछा गया है कि...
बिजनेस डेस्कः गाड़ियों में पसंदीदा नंबर प्लेट्स लगवाने का शौक जल्द ही महंगा हो सकता है, क्योंकि सरकार फैंसी नंबर प्लेट्स पर 28% की GST दर लागू करने की योजना बना रही है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रस्ताव को वित्त मंत्रालय के पास भेजा गया है, जिसमें पूछा गया है कि क्या फैंसी नंबर या नंबर ऑफ चॉइस को लग्जरी आइटम के रूप में मानकर उस पर उच्चतम GST दर लगाई जा सकती है।
फील्ड फॉर्मेशंस ने की ये सिफारिश
सूत्रों के अनुसार, फील्ड फॉर्मेशंस ने सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडाइरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स (CBIC) को पत्र लिखकर यह स्पष्ट करने को कहा है कि क्या फैंसी नंबर प्लेट्स पर GST की देनदारी बनती है। फील्ड फॉर्मेशंस का कहना है कि फैंसी नंबर प्लेट्स लग्जरी आइटम हैं और इस पर 28% की जीएसटी दर लागू होनी चाहिए।
लाखों में नीलाम होते हैं फैंसी नंबर
गाड़ियों में नंबर प्लेट या रजिस्ट्रेशन प्लेट देने का काम राज्य सरकार के प्राधिकरणों का होता है। फैंसी नंबर देने के लिए राज्य सरकारें नीलामी करती हैं, जिसके लिए अलग से शुल्क का भुगतान करना पड़ता है। कई बार फैंसी नंबर की नीलामी लाखों रुपए में होती है और लोग अपनी गाड़ियों में फैंसी नंबर लगवाने के लिए लाखों रुपए खर्च भी करते हैं।
क्या होते हैं फील्ड फॉर्मेशंस?
फील्ड फॉर्मेशंस सभी राज्यों और जोन में स्थित केंद्र सरकार के दफ्तर होते हैं, जो टैक्स कलेक्शन के लिए जिम्मेदार होते हैं। टैक्स कलेक्शन के अलावा फील्ड फॉर्मेशंस के पास टैक्स से जुड़े नियमों को लागू कराने की भी जिम्मेदारी होती है और वही टैक्सपेयर्स के साथ संवाद भी करते हैं। अगर फील्ड फॉर्मेशंस की बात मानी गई तो जल्दी ही फैंसी नंबर के लिए लोगों का खर्च बढ़ने वाला है।