Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 Sep, 2024 03:38 PM
लंच बॉक्स, पानी की बोतल से लेकर अन्य किचनवेयर कंटेनर बनाने वाली मशहूर कंपनी ने दिवालियापन के लिए आवेदन किया है। अमेरिकी किचनवेयर कंपनी टपरवेयर ब्रांड्स कॉर्प (Tupperware Brands Corp) ने लगातार घटती बिक्री और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण दिवालियापन...
बिजनेस डेस्कः लंच बॉक्स, पानी की बोतल से लेकर अन्य किचनवेयर कंटेनर बनाने वाली मशहूर कंपनी ने दिवालियापन के लिए आवेदन किया है। अमेरिकी किचनवेयर कंपनी टपरवेयर ब्रांड्स कॉर्प (Tupperware Brands Corp) ने लगातार घटती बिक्री और बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण दिवालियापन सुरक्षा के लिए चैप्टर 11 के तहत आवेदन किया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने अपनी संपत्तियों का मूल्य $500 मिलियन से $1 बिलियन के बीच और देनदारियों का मूल्य $1 बिलियन से $10 बिलियन के बीच बताया है।
आर्थिक समस्याएं
- कंपनी को लंबे समय से आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। 2020 में, टपरवेयर ने कहा था कि उसे अपने संचालन को बनाए रखने में कठिनाई हो सकती है।
- जून 2024 में, कंपनी ने अपने आखिरी अमेरिकी प्लांट को बंद करने का निर्णय लिया, जिससे लगभग 150 लोग बेरोजगार हो गए।
लोन और बातचीत
टपरवेयर ने लेंडर्स के साथ $700 मिलियन से अधिक के लोन पर बातचीत की लेकिन इसके बावजूद कंपनी की स्थिति में सुधार नहीं हुआ, जिससे उसे डेलावेयर में दिवालियापन के लिए आवेदन करना पड़ा।
सेल्स में गिरावट
टपरवेयर ने पिछले चार वर्षों में अपने बिज़नेस को पटरी पर लाने की कोशिश की। हालांकि, 2021 की तीसरी तिमाही से लगातार छह तिमाहियों तक कंपनी की सेल्स में गिरावट आई, मुख्यतः चिपचिपी महंगाई के कारण, जिसने कम और मध्य आय वाले ग्राहकों की खरीदारी को प्रभावित किया।
कर्ज पुनर्गठन
2023 में कंपनी ने अपने कर्ज को पुनर्गठित करने के लिए लेंडर्स के साथ एक एग्रीमेंट किया और Moelis & Co को हायर किया ताकि कंपनी के पास उपलब्ध स्ट्रैटेजिक ऑप्शंस का पता लगाया जा सके।
कंपनी का इतिहास
1946 में अर्ल टपर द्वारा स्थापित, टपरवेयर अपने इनोवेटिव प्लास्टिक उत्पादों और खासकर पेटेंटेड एयरटाइट सील्स के लिए प्रसिद्ध है। यह ब्रांड अमेरिका के उपनगरीय इलाकों में सेल्स पार्टियों के माध्यम से लोकप्रिय हुआ और हर घर का जाना-माना नाम बन गया। टपरवेयर की यह स्थिति दर्शाती है कि कैसे प्रतिस्पर्धा और आर्थिक चुनौतियां एक प्रमुख ब्रांड को भी मुश्किल में डाल सकती हैं।