Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 Jun, 2024 03:42 PM
‘एग्जिट पोल' के बाद सोमवार को स्थानीय शेयर बाजार में चौतरफा लिवाली से बीएसई सेंसेक्स 2,500 से अधिक अंक की छलांग लगाकर अपने अबतक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 733 अंक के उछाल के साथ नए शिखर पर बंद हुआ। शनिवार को...
बिजनेस डेस्कः ‘एग्जिट पोल' के बाद सोमवार को स्थानीय शेयर बाजार में चौतरफा लिवाली से बीएसई सेंसेक्स 2,500 से अधिक अंक की छलांग लगाकर अपने अबतक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 733 अंक के उछाल के साथ नए शिखर पर बंद हुआ। शनिवार को ‘एग्जिट पोल' में भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की बड़ी जीत के अनुमान के बाद बाजार में यह तेजी आई है। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 2,507.47 अंक यानी 3.39 प्रतिशत उछलकर रिकॉर्ड 76,468.78 अंक पर बंद हुआ। यह पिछले तीन साल में एक दिन में सबसे बड़ी तेजी है।
कारोबार के दौरान सूचकांक एक समय 2,777.58 अंक चढ़कर रिकॉर्ड 76,738.89 अंक तक चला गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 733.20 अंक यानी 3.25 प्रतिशत उछलकर अबतक के सर्वोच्च स्तर 23,263.90 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 808 अंक यानी 3.58 प्रतिशत चढ़कर रिकॉर्ड 23,338.70 अंक पर पहुंच गया था।
रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और भारतीय स्टेट बैंक जैसे प्रमुख शेयरों में जोरदार बढ़त से दोनों मानक सूचकांक रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुए। शेयर बाजार में तेजी के साथ अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में सोमवार को जोरदार बढ़त जारी रही। अडानी पावर करीब 16 प्रतिशत चढ़ा। क्षेत्रवार देखा जाए तो सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, बिजली कंपनियों, तेल, ऊर्जा, पूंजीगत वस्तुओं और रियल्टी कंपनियों के शेयर आठ प्रतिशत तक चढ़े। शनिवार को आए एग्जिट पोल के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार सत्ता संभाल सकते हैं। भाजपा नीत राजग सरकार के भारी बहुमत के साथ लोकसभा चुनाव जीतने का अनुमान है। वोटों की गिनती चार जून को होगी।
शेयर बाजार में तेजी से रुपया मजबूत
शेयर बाजारों में उछाल आने के बीच सोमवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 28 पैसे की मजबूती के साथ 83.14 पर बंद हुआ। यह रुपए का दो माह का उच्चस्तर है। स्थानीय मुद्रा में इस बड़े सुधार के पीछे मजबूत घरेलू व्यापक आर्थिक आंकड़ों, विदेशी पूंजी की आवक और अमेरिकी मुद्रा में आई आंशिक कमजोरी जैसे सकारात्मक कारकों की भूमिका रही। विदेशी मुद्रा कारोबारियों के मुताबिक, तेल उत्पादकों के समूह ओपेक प्लस के तेल उत्पादन को स्थिर रखने के फैसले के बाद कच्चे तेल की कीमतों के निचले स्तर ने भी भारतीय मुद्रा को समर्थन दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.09 के भाव पर मजबूती से खुला और दिन में कारोबार के दौरान 82.95 के उच्चतम स्तर और 83.17 के निचले स्तर पर घूमता रहा। कारोबार के अंत में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.14 (अस्थायी) के भाव पर बंद हुआ। यह पिछले बंद से 28 पैसे की बड़ी बढ़त है। पिछले कारोबारी दिवस पर शुक्रवार को रुपया 13 पैसे गिरकर 83.42 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। इससे पहले रुपया इस साल 21 मार्च को डॉलर के मुकाबले 83.13 पर बंद हुआ था। यह 18 मार्च को 83 प्रति डॉलर के स्तर को पार कर गया था। इसके अलावा स्थानीय मुद्रा ने सोमवार को 15 नवंबर, 2023 के बाद से एक दिन में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की। उस समय रुपया 24 पैसे प्रति डॉलर चढ़कर बंद हुआ था।