Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Feb, 2025 01:22 PM
![the middle class s spending pattern changed trend of small packs](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_13_05_339061121product-ll.jpg)
शहरों में खरीदारी की आदतें बदल रही हैं। मिडिल क्लास परिवारों का बजट भले ही तंग हो गया हो लेकिन लोग खर्च करने से पीछे नहीं हट रहे। बस, उनका तरीका बदल गया है। रोजमर्रा के खर्चों में बचत के लिए लोग छोटे पैकेट खरीद रहे हैं, जबकि महंगे और टिकाऊ सामान...
बिजनेस डेस्कः शहरों में खरीदारी की आदतें बदल रही हैं। मिडिल क्लास परिवारों का बजट भले ही तंग हो गया हो लेकिन लोग खर्च करने से पीछे नहीं हट रहे। बस, उनका तरीका बदल गया है। रोजमर्रा के खर्चों में बचत के लिए लोग छोटे पैकेट खरीद रहे हैं, जबकि महंगे और टिकाऊ सामान जैसे ज्वेलरी और इलेक्ट्रॉनिक्स की खरीदारी के लिए EMI और आसान किस्तों का सहारा ले रहे हैं। एक बिजनेसमैन के मुताबिक, 75% से ज्यादा कंज्यूमर ड्यूरेबल्स की खरीदारी अब EMI पर हो रही है, जो 5 साल पहले 55-60% थी।
महंगे प्रोडक्ट की बढ़ी मांग
पैनासोनिक लाइफ सॉल्यूशंस इंडिया के एमडी फुमियासु फुजिमोरी कहते हैं कि आसान फाइनेंस और कम EMI के चलते मिडिल वर्ग अब महंगे प्रोडक्ट्स खरीद पा रहा है। वे बताते हैं कि लोग स्मार्ट उपकरण, इन्वर्टर AC और टॉप लोड वॉशिंग मशीन खरीद रहे हैं। थिंक टैंक PRICE के अनुसार, 5 लाख से 30 लाख रुपए सालाना कमाने वाले परिवार मध्यम वर्ग में आते हैं। क्रेडिट कार्ड कंपनियां और ब्रांड्स EMI पर खरीदारी करने वालों को ऑफर्स देते हैं, जिससे यह चलन बढ़ रहा है।
हायर अप्लायंसेज इंडिया के प्रेसिडेंट एनएस सतीश का कहना है कि बजट में मिली राहत से लोगों की जेब में ज्यादा पैसा होगा। इससे शहरों और महत्वाकांक्षी ग्राहकों के बीच महंगे प्रोडक्ट्स की मांग और बढ़ेगी।
EMI पर बढ़ती निर्भरता
ग्राहक अब बड़ी रकम एकमुश्त खर्च करने की बजाय EMI के जरिए भुगतान करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। EY-Parthenon के पार्टनर अंगशुमन भट्टाचार्य के अनुसार, यह ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा क्योंकि अधिकांश लोगों के पास बड़ी बचत नहीं है। उनका मानना है कि खपत बढ़ाने का असली उपाय नौकरियों का सृजन और वेतन में तेजी लाना है। हालांकि, लोगों की आकांक्षाएं बढ़ रही हैं लेकिन सैलरी उतनी तेजी से नहीं बढ़ रही है, जिससे EMI पर निर्भरता बढ़ रही है।
ज्वेलरी कंपनियों के नए ऑफर
मालाबार ग्रुप के चेयरमैन एमपी अहमद बताते हैं कि ज्वेलरी कंपनियां ग्राहकों को लुभाने के लिए गोल्ड सेविंग स्कीम, आसान भुगतान विकल्प और एक्सचेंज प्रोग्राम जैसी सुविधाएं दे रही हैं। कुछ कंपनियां ऐसी स्कीम चला रही हैं, जिनमें ग्राहक 11 महीने तक छोटी-छोटी रकम जमा कर सकते हैं और फिर चुनिंदा जेवर बिना मेकिंग चार्ज के खरीद सकते हैं। इससे ग्राहकों को कीमतों के उतार-चढ़ाव से बचने का मौका मिल रहा है।
FMCG सेक्टर में बदला ट्रेंड
जहां EMI पर महंगे उत्पादों की बिक्री बढ़ रही है, वहीं FMCG सेक्टर की स्थिति अलग है। पर्सनल केयर, स्नैक्स और साबुन जैसी कैटेगरी में छोटे पैकेट की मांग तेजी से बढ़ रही है। सिप्ला हेल्थ के सीईओ और एमडी शिवम पुरी बताते हैं कि मिडिल क्लास ग्राहक अपने बजट को मैनेज करने के लिए छोटे पैकेट खरीदने को प्राथमिकता दे रहे हैं।