Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Oct, 2024 05:31 PM
इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर देखने को मिला है। बीएसई सेंसेक्स पिछले शक्रवार (18 अक्टूबर) बंद भाव के मुकाबले सोमवार (21 अक्टूबर) को बाजार गिरावट के साथ खुला था। इसी के साथ सप्ताह की शुरुआत गिरावट के साथ हुई जो कि आज (25 अक्टूबर) भी...
बिजनेस डेस्कः शेयर बाजार में पैसा लागने वालों की टेंशन थम नहीं रही है। लगातार गिरते बाजार ने भारी नुकसान कराया है। इस सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर देखने को मिला है। बीएसई सेंसेक्स पिछले शक्रवार (18 अक्टूबर) बंद भाव के मुकाबले सोमवार (21 अक्टूबर) को बाजार गिरावट के साथ खुला था। इसी के साथ सप्ताह की शुरुआत गिरावट के साथ हुई जो कि आज (25 अक्टूबर) भी बाजार लाल निशान पर बंद हुआ। जिसका मुख्य कारण विदेशी निवेशकों की बिकवाली और दूसरी तिमाही के खराब नतीजे बताए जा रहे हैं। सेंसेक्स 80,000 के लेवल से फिसल गया, जिस कारण निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ है।
बीएसई सेंसेक्स आज 662.87 अंक की गिरकर 79,402.29 और NSE Nifty 218.60 अंक टूटकर 24,180.80 के स्तर पर बंद हुआ। 18 अक्टूबर, 2024 को सेंसेक्स 81,224.75 के लेवल पर था जो कि आज घट कर 79,402.29 हो गया है। निफ्टी भी पिछले शुक्रवार 24,854.05 के लेवल पर बंद हुआ था और आज इसका बंद भाव 24,180.80 है। आंकड़े के अनुसार, इस सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 1,822.46 अंक कमजोर हुआ है जबकि निफ्टी 673.25 अक टूट है।
वहीं 1 महीने के आंकड़ों पर नजर डालें तो निवेशकों के 40 लाख करोड़ डूब चुके हैं। 27 सितंबर से 25 अक्टूबर तक बीएसई की मार्केट कैप 4.77 लाख करोड़ रुपए से गिरकर 4.37 लाख करोड़ रुपए पर आ गई है।
इस हफ्ते कैसी रही सेंसेक्स की चाल
Oct 18 |
81,224.75 |
Oct 21 |
81,151.27 |
Oct 22 |
80,220.72 |
Oct 23 |
80,081.98 |
Oct 24 |
80,065.16 |
Oct 25 |
79,402.29 |
इस हफ्ते कैसी रही निफ्टी की चाल
Oct 18 |
24,854.05 |
Oct 21 |
24,781.10 |
Oct 22 |
24,472.10 |
Oct 23 |
24,435.50 |
Oct 24 |
24,399.40 |
Oct 25 |
24,180.80 |
बाजार में गिरावट के मुख्य कारण
विदेशी निवेशकों की ओर लगातार बिकवाली
विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) अंधाधुंध होकर लगातार शेयर बेच रहे हैं, जिसने बाजार के मूड को सबसे ज्यादा खराब किया हुआ है। FIIs ने 24 अक्टूबर को शुद्ध रूप से 5,062 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। इस महीने अब तक उनमें हर दिन शेयर बेचे हैं और अब तक कुल 1 लाख करोड़ रुपए की बिकवाली कर चुके है। पहले कभी एक महीने में उन्होंने इंडियन मार्केट्स में इतनी बिकवाली नहीं की थी।
दूसरी तिमाही के कमजोर नतीजे
भारत की कंपनियों की सितंबर तिमाही की कमाई कमजोर रही है, जिससे बाजार के हायर वैल्यूएशन को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।
अमेरिकी चुनाव
अमेरिकी चुनाव को लेकर अनिश्चितता मार्केट सेंटीमेंट पर भारी पड़ रही है। 5 नवंबर के चुनाव से पहले, लेटेस्ट ओपिनियन पोल के ट्रेंड कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ी टक्कर दिखा रहे हैं।
जियोपॉलिटिकल टेंशन
मिडिल ईस्ट में बदलते हालात मार्केट सेंटीमेंट को प्रभावित कर रहे हैं।