दुनिया को खूब पसंद आ रहे मेड इन इंडिया स्‍मार्टफोन, निर्यात में आया उछाल

Edited By jyoti choudhary,Updated: 23 May, 2024 12:08 PM

the world is liking made in india smartphones there is a surge in exports

भारत में बने स्मार्टफोन की मांग दुनियाभर में बढ़ती जा रही है। इसी वजह से स्मार्टफोन अब भारत का चौथा सबसे बड़ा निर्यात आइटम बन गया है। वित्त वर्ष 2024 में सालाना आधार पर भारतीय स्मार्टफोन का निर्यात 42 प्रतिशत बढ़कर 15.6 बिलियन डॉलर हो गया, जो पिछले...

बिजनेस डेस्कः भारत में बने स्मार्टफोन की मांग दुनियाभर में बढ़ती जा रही है। इसी वजह से स्मार्टफोन अब भारत का चौथा सबसे बड़ा निर्यात आइटम बन गया है। वित्त वर्ष 2024 में सालाना आधार पर भारतीय स्मार्टफोन का निर्यात 42 प्रतिशत बढ़कर 15.6 बिलियन डॉलर हो गया, जो पिछले वर्ष से रैंकिंग में एक पायदान ऊपर है। 

स्मार्टफोन ने मोटर गैसोलीन की जगह ले ली

भारत ने अप्रैल 2022 से स्मार्टफोन के लिए अलग से डेटा एकत्र करना शुरू किया था। भारत का टॉप एक्सपोर्ट होने वाले आइटम्स में पेट्रोलियम प्रोडक्ट पहले स्थान पर है, स्मार्टफोन ने मोटर गैसोलीन की जगह ले ली और वित्त वर्ष 2024 में चौथी सबसे बड़ी निर्यात की जाने वाली वस्तु बन गई। 

वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार,भारत ने वित्‍त वर्ष 2024 में स्‍मार्टफोन का सबसे ज्‍यादा निर्यात अमेरिका, अरब यूनाइटेड अरब अमीरात, नीदरलैंड्स और इंग्‍लैंड को किया। अमेरिका को किए जाने वाले स्मार्टफोन का निर्यात 158 फीसदी तक बढ़ा। भारत से अमेरिका कुल 5.6 अरब डॉलर मूल्‍य के स्‍मार्टफोन भेजे गए। इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात ($ 2.6 बिलियन), नीदरलैंड्स ($ 1.2 बिलियन), और यूके ($1.1 बिलियन) को भारत से स्‍मार्टफोन भेजे गए।

सैल्‍यूलर एंड इलेक्‍ट्रोनिक्‍स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ICEA) के अनुमान के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में निर्यात और घरेलू दोनों बाजारों के लिए भारत में उत्पादित मोबाइल डिवाइस का मूल्य 4.1 ट्रिलियन रुपये ($ 49.16 बिलियन) तक बढ़ गया। सालाना आधार पर उत्‍पादन में 17 फीसदी का उछाल आया है। इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (ICEA) देश के अधिकांश मोबाइल खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व करता है।

चीन को टक्कर

सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रोडक्‍शन-लिंक्‍ड इंसेंटिव (PLI) स्‍कीम ने भारत में स्‍मार्टफोन मैन्युफैक्चरिंग मार्केट को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस वजह से भारत को चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन विनिर्माण देश बनने में मदद मिली।

यह चीन-प्लस-वन रणनीति में भी एक महत्वपूर्ण उपकरण रहा है, जो चीन में विनिर्माण करने वाली कंपनियों को लुभाने और उन्हें भारत में अपना कारोबार शिफ्ट करने के लिए राजी कर सका है। पीएलआई स्‍कीम के प्रमुख कंपनियों में एप्पल के तीन विक्रेता फॉक्‍सकॉन, विस्‍ट्रॉन इंडिया (अब टाटा इलेक्‍ट्रोनिक्‍स) पेगट्रोन और सैमसंग शामिल है।

Apple ने भारत में कमाया रिकॉर्ड रेवेन्यू

ऐपल (Apple) ने मार्च 2024 में समाप्त तिमाही के दौरान भारत में रिकॉर्ड राजस्व हासिल किया। पिछले वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले आईफोन की बिक्री में 10 प्रतिशत की गिरावट के कारण राजस्व में कुल चार प्रतिशत की कमी के बावजूद ऐसा हुआ है। ऐपल के मुख्य कार्याधिकारी टिम कुक (Apple CEO Tim Cook) ने यह जानकारी दी।
 

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