Edited By jyoti choudhary,Updated: 27 Jan, 2025 03:09 PM
टाटा टेक्नोलॉजीज ने आम बजट से पहले सोमवार को कौशल विकास उपायों के लिए आवंटन बढ़ाने की अपील की, ताकि भविष्य की जरूरतों के अनुसार कार्यबल तैयार किया जा सके। टाटा टेक्नोलॉजीज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक वारेन हैरिस ने बयान में...
बिजनेस डेस्कः टाटा टेक्नोलॉजीज ने आम बजट से पहले सोमवार को कौशल विकास उपायों के लिए आवंटन बढ़ाने की अपील की, ताकि भविष्य की जरूरतों के अनुसार कार्यबल तैयार किया जा सके। टाटा टेक्नोलॉजीज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक वारेन हैरिस ने बयान में कहा कि 5,000 अरब अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था के मसौदे में दर्ज भारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को हासिल करने के लिए बजट में नवाचार आधारित नीतियों, उभरती प्रौद्योगिकियों में निवेश और देश में उत्पादों के विकास को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि स्मार्ट विनिर्माण, कृत्रिम मेधा (एआई), डिजिटल बदलाव और सॉफ्टवेयर-परिभाषित वाहनों (एसडीवी) जैसे प्रमुख वृद्धि के कारकों के लिए सरकारी समर्थन की आवश्यकता है। यह समर्थन अनुसंधान एवं विकास, कौशल विकास और बुनियादी ढांचे में निवेश के रूप में हो सकता है। हैरिस ने बजट से कंपनी की उम्मीदों के बारे में कहा, ‘‘हम उद्योग 4.0 के साथ जुड़ी कौशल विकास पहल के लिए आवंटन बढ़ाने की सिफारिश करते हैं, जिससे भविष्य के लिए तैयार कार्यबल का निर्माण हो सके जो एआई, आईओटी और साइबर सुरक्षा जैसी उन्नत प्रौद्योगिकी में उत्कृष्टता पाने में सक्षम हो।''
उन्होंने कहा कि स्थिरता और हरित परिवहन पर भारत के ध्यान को इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) और स्वच्छ ऊर्जा समाधानों को अपनाने और विनिर्माण को प्रोत्साहित करने वाली नीतियों से फायदा मिल सकता है। हैरिस ने यह भी कहा कि सुव्यवस्थित जीएसटी मानदंड और ईवी कलपुर्जों, उच्च तकनीक विनिर्माण और सॉफ्टवेयर सेवाओं के लिए उन्नत पीएलआई योजनाएं वृद्धि को गति देंगी।