Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Nov, 2024 03:18 PM
शेयर बाजार (Stock Market) में हर दिन हो रही गिरावट ने निवेशकों को डरा दिया है। पहले मिड और स्मॉल कैप शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही थी लेकिन अब लार्ज कैप शेयरों में भी गिरावट का सामना करना पड़ रहा है, जिससे बाजार की स्थिति और भी चिंताजनक हो गई...
बिजनेस डेस्कः शेयर बाजार (Stock Market) में हर दिन हो रही गिरावट ने निवेशकों को डरा दिया है। पहले मिड और स्मॉल कैप शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही थी लेकिन अब लार्ज कैप शेयरों में भी गिरावट का सामना करना पड़ रहा है, जिससे बाजार की स्थिति और भी चिंताजनक हो गई है। पिछले महीने से हो रही इस गिरावट ने नए और पुराने सभी निवेशकों को परेशान कर दिया है, क्योंकि उन्हें डर है कि यह गिरावट और बढ़ सकती है।
कई निवेशकों के पोर्टफोलियो में पिछले 6 महीने और सालभर के रिटर्न समाप्त हो चुके हैं या बहुत कम हो गए हैं। ऐसे समय में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि इस गिरावट का अंत कब होगा? और आखिरकार, हर दिन बाजार में क्यों गिरावट आ रही है? निवेशकर्ताओं को स्थिति स्पष्ट होने का इंतजार है, ताकि वे सही निर्णय ले सकें। अब आज की ही बात करें तो निफ्टी (Nifty50) 344 अंक टूटकर 23,538 पर कारोबार कर रहा था। वहीं सेंसेक्स (Sensex) 1030 अंक गिरकर 77,644 पर था।
क्यों हर दिन गिर रहा शेयर बाजार?
- शेयर बाजार में गिरावट की बड़ी वजह बड़ी-बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजे खराब आए हैं। रिलायंस से लेकर एशियन पेंट्स और इंडसइंड बैंक के नतीजों ने सबसे ज्यादा डराया है।
- दूसरा बड़ा कारण अमेरिकी 10 वर्षीय बॉन्ड की पैदावार में उछाल आया और डॉलर चार महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया, जो कि आज CPI महंगाई को बढ़ावा दे सकता है। निवेशक डॉलर की मजबूती को लेकर भी चिंतित हैं, क्योंकि एक्सपर्ट्स उम्मीद जता रहे हैं कि ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद मजबूत अमेरिकी आर्थिक विकास और आक्रामक व्यापार नीतियों के कारण महंगाई बढ़ेगी।
- कल अक्टूबर खुदरा महंगाई के आंकड़े आए थे, जिसमें बढ़ोतरी हुई है। अक्टूबर में खुदरा महंगाई 6.21 फीसदी पर पहुंच गई है। यह RBI के दायरे 6 फीसदी से ज्यादा है। 14 महीने बाद इतनी महंगाई बढ़ी है।
- भारतीय शेयर बाजार से विदेशी निवेशक तेजी से भाग रहे हैं। पिछले महीने 1 लाख करोड़ से ज्यादा का अमाउंट शेयर बाजार से निकाले गए थे। वहीं पिछले सप्ताह विदेशी निवेशकों ने 20 हजार करोड़ की निकासी की थी। भारतीय बाजार से पैसा निकालने का बड़ा कारण ग्लोबल मार्केट में तेजी है और निवेशक ट्रंप के आने से ग्लोबल मार्केट की ओर ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं।
- कल रात में ग्लोबल मार्केट में भी गिरावट आई है। यूएस मार्केट से लेकर यूरोप, जापान और चीनी शेयर बाजार में भी गिरावट हावी रही, जिस कारण आज भारतीय शेयर बाजार भी दबाव में दिख रहा है।
कब संभलेगा शेयर बाजार?
शेयर बाजार में रिकवरी को लेकर एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब भारतीय बाजार में काफी करेक्शन हो चुका है। मार्केट कभी भी बॉटम बना सकता है और तेजी आ सकती है। शेयर बाजार मार्केट के हाई लेवल से काफी नीचे आ चुका है। जैसे निफ्टी का 52 सप्ताह का हाई लेवल 26,277.35 से 23,677.60 अंक पर आ चुका है।