Gautam Adani के हाथ से फिसली यह पावर कंपनी, जानिए किसने मारी बाजी

Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 Oct, 2024 10:55 AM

this company slipped out of gautam adani s hands know who won

KSK महानदी पावर के अधिग्रहण के लिए छह प्रमुख कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा चल रही थी। इनमें गौतम अडानी (Gautam Adani) की अडानी पावर (Adani Power), सज्जन जिंदल (Sajjan Jindal) की जेएसडब्ल्यू एनर्जी (JSW Energy), नवीन जिंदल (naveen jindal) की जिंदल...

बिजनेस डेस्कः KSK महानदी पावर के अधिग्रहण के लिए छह प्रमुख कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा चल रही थी। इनमें गौतम अडानी (Gautam Adani) की अडानी पावर (Adani Power), सज्जन जिंदल (Sajjan Jindal) की जेएसडब्ल्यू एनर्जी (JSW Energy), नवीन जिंदल (naveen jindal) की जिंदल पावर, अनिल अग्रवाल की वेदांता, सरकारी कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड और वित्तीय सेवा फर्म कैप्री ग्लोबल शामिल थीं। हालिया खबरों के अनुसार, जेएसडब्ल्यू एनर्जी ने अन्य सभी को पछाड़ते हुए केएसके महानदी पावर के लिए सबसे बड़ी बोली लगाई है। उन्होंने वित्तीय लेनदारों को 15,985 करोड़ रुपए की पेशकश की है। शनिवार को समाप्त हुई नीलामी में जेएसडब्ल्यू एनर्जी सबसे बड़ी बोलीदाता के रूप में उभरी। KSK महानदी पावर में छत्तीसगढ़ में 600 मेगावाट की तीन कोयला आधारित यूनिट्स हैं।

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दो दिन तक चली बोली प्रक्रिया में छह कंपनियों ने भाग लिया। सूत्रों के मुताबिक अडानी पावर ने 10वें दौर में 15,885 करोड़ रुपए की अंतिम पेशकश करने के बाद दौड़ से बाहर होने का विकल्प चुना। 11वें दौर में एकमात्र बोलीदाता जेएसडब्ल्यू एनर्जी ने अडानी की बोली से 100 करोड़ रुपए अधिक की बोली लगाई। जेएसडब्ल्यू और अडानी ने ऋणदाताओं को 26% इक्विटी हिस्सेदारी और परिचालन लेनदारों को 100 करोड़ रुपए की पेशकश की।

कितने की बोली

वित्तीय सेवा फर्म कैप्री ग्लोबल भी इस दौड़ में थी लेकिन 10वें दौर में 15,850 करोड़ रुपए की अंतिम पेशकश करने के बाद बाहर हो गई। जिंदल पावर, वेदांता और एनटीपीसी ने बोली प्रक्रिया के 9वें दौर तक बोली लगाई। जेएसडब्ल्यू एनर्जी और अडानी पावर ने इस बारे में जवाब नहीं दिया। रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल ने वित्तीय लेनदारों के 29,330 करोड़ रुपए के दावों को स्वीकार किया है। ऋणदाताओं के लिए, अग्रिम वसूली लगभग 26,485 करोड़ रुपए या 90% होगी।

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इसमें जेएसडब्ल्यू की 15,985 करोड़ रुपए की पेशकश और नकद और निर्विवाद निधि प्राप्तियों के रूप में 10,500 करोड़ रुपए शामिल हैं। एक लेंडर ने कहा कि अगर 26% इक्विटी हिस्सेदारी को शामिल किया जाता है, तो वसूली 100% से अधिक होगी। JSW एनर्जी के लिए यह बिजली क्षेत्र में तीसरा बड़ा अधिग्रहण है। इससे पहले कंपनी ने दिसंबर 2022 में 1,048 करोड़ रुपए की वेंचर वैल्यू पर पर 700 मेगावाट के इंड बारथ एनर्जी (उत्कल) का अधिग्रहण किया था। मार्च 2023 में उसकी सहायक कंपनी JSW नियो एनर्जी ने लगभग 10,150 करोड़ रुपए की वेंचर वैल्यू पर माइट्रा एनर्जी से 1,753 मेगावाट ग्रीन एनर्जी पोर्टफोलियो का अधिग्रहण किया।

छह साल से नजर

किशोर सेथुरमन प्रमोटेड KSK महानदी पावर पर अडानी की नजर छह साल से अधिक समय से थी। 2018 के अंत में अडानी ग्रुप ने 10,300 करोड़ रुपए की पेशकश की लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार के टैरिफ में कमी किए जाने के बाद फरवरी 2019 में वह इससे हट गए था। दिवाला एवं दिवालियापन संहिता के तहत ग्रुप ने कम से कम तीन बिजली कंपनियों का अधिग्रहण किया है। इनमें अवंता पावर की कोरबा वेस्ट पावर, कोस्टल एनर्जेन और लैंको अमरकंटक पावर शामिल हैं लेकिन केएसके महानदी पावर के मामले में गौतम अडानी के हाथ खाली रह गए।
 

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