Edited By jyoti choudhary,Updated: 02 Jan, 2025 11:03 AM
खाद और बैग बनाने वाली आन्या पॉलीटेक एंड फर्टिलाइजर्स (Anya Polytech & Fertilizers) ने आज NSE SME प्लेटफॉर्म पर शानदार एंट्री की। कंपनी के आईपीओ को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी, जिसे ओवरऑल 439 गुना सब्सक्राइब किया गया था। आईपीओ के तहत 14 रुपए के भाव...
बिजनेस डेस्कः खाद और बैग बनाने वाली आन्या पॉलीटेक एंड फर्टिलाइजर्स (Anya Polytech & Fertilizers) ने आज NSE SME प्लेटफॉर्म पर शानदार एंट्री की। कंपनी के आईपीओ को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी, जिसे ओवरऑल 439 गुना सब्सक्राइब किया गया था। आईपीओ के तहत 14 रुपए के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 17.10 रुपए पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 22.14 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Anya Polytech Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह 17.95 रुपए (Anya Polytech Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 28.21 फीसदी मुनाफे में हैं।
IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
आन्या पॉलीटेक एंड फर्टिलाइजर्स का ₹44.80 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 26-30 दिसंबर तक खुला था। इसमें निवेशकों ने ₹13-₹14 रुपए के प्राइस बैंड और 10 हजार शेयरों के लॉट में पैसे लगाए। इस इश्यू को हर कैटेगरी के निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला और ओवरऑल यह 439.8 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 150.8 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 1,100.39 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 321.53 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत 2 रुपए की फेस वैल्यू वाले 3.20 करोड़ नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कैपिटल एक्पेंडिचर और वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने, सब्सिडियरी यारा ग्रीन एनर्जी के वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के साथ-साथ नए प्रोजेक्ट के सेटअप, सब्सिडियरी अरावली फॉस्फेट के वर्किंग कैपिटल की जरूरतों के साथ-साथ कैपिटल एक्सपेंडिचर और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।
कंपनी के बारे में
वर्ष 2011 में बनी आन्या पॉलीटेक एंड फर्टिलाइजर्स खाद और बैग बनाती है। इसके अलावा यह पर्यावरण से जुड़े समाधान भी पेश करती है। यह हाई डेंसिटी के पॉलीएथिलीन (HDPE) और पॉलीप्रोपिलीन (PP) बैग के साथ-साथ जिंक सल्फेट खाद बनाती है। इसका कॉमर्शियल प्रोडक्शन जनवरी 2013 में शुरू हुआ था और यह सालाना 7.50 करोड़ रुपए से अधिक बैक बना सकती है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हो रही है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 70.22 लाख रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2022 में उछलकर 5.70 करोड़ रुपए और फिर वित्त वर्ष 2023 में 9.98 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 16 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 125.06 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इस वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 में इसे 4.54 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा और 40.73 करोड़ रुपए का रेवेन्यू हासिल हुआ था।