Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Apr, 2025 02:46 PM
बीते कुछ दिनों से शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच जयप्रकाश एसोसिएट्स का नाम लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। दिवालिया प्रक्रिया (Insolvency Process) से गुजर रही इस कंपनी के शेयरों की ट्रेडिंग अस्थायी रूप से रोक दी गई है। आखिरी बार 9 अप्रैल को इस...
बिजनेस डेस्कः बीते कुछ दिनों से शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच जयप्रकाश एसोसिएट्स का नाम लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। दिवालिया प्रक्रिया (Insolvency Process) से गुजर रही इस कंपनी के शेयरों की ट्रेडिंग अस्थायी रूप से रोक दी गई है। आखिरी बार 9 अप्रैल को इस स्टॉक में कारोबार हुआ था, जब यह करीब 5% की तेजी के साथ 3.92 रुपए के इंट्रा डे हाई पर पहुंच गया था। बीते वर्षों में कंपनी के शेयर में जबरदस्त गिरावट आई है।
एक समय पर निवेशकों को मालामाल करने वाला यह शेयर अब अपने ऑल टाइम हाई से लगभग पूरी तरह धराशायी हो चुका है। 324 रुपए के उच्चतम स्तर पर पहुंचने वाला यह शेयर वर्तमान में महज 3.92 रुपए पर आ गया है।
ये कंपनियां जयप्रकाश एसोसिएट्स को खरीदने की होड़ में
दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (JAL) को अधिग्रहित करने की दौड़ में देश की कई दिग्गज कंपनियां उतर चुकी हैं। अरबपति गौतम अडानी का अडानी ग्रुप, खनन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी वेदांता लिमिटेड और योग गुरु रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद इस अधिग्रहण में प्रमुख दावेदारों में शामिल हैं।
इसके अलावा, टॉरेंट ग्रुप (अहमदाबाद), जिंदल पावर, डालमिया सीमेंट, ओबेरॉय रियल्टी, कोटक अल्टरनेट एसेट मैनेजर्स लिमिटेड और जीआरएम बिजनेस जैसी नामी कंपनियां भी इस प्रक्रिया में दिलचस्पी दिखा रही हैं। जयप्रकाश एसोसिएट्स ने यह जानकारी हाल ही में शेयर बाजार को दी है।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) की इलाहाबाद पीठ ने 3 जून 2024 को कंपनी के खिलाफ कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (CIRP) शुरू करने का आदेश दिया था। कंपनी पर कुल 57,185 करोड़ रुपए के दावों का दावा लेनदारों ने किया है, जबकि 11 मार्च 2025 तक जयप्रकाश एसोसिएट्स का बकाया कर्ज 55,409.28 करोड़ रुपए बताया गया है।
शेयरों के हाल
कंपनी का शेयर 4 जनवरी 2008 को 324 रुपए था। वर्तमान में कंपनी के शेयर की कीमत 3.92 रुपए पर आ गई है यानी इस दौरान कंपनी के शेयर में 98% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है। बता दें कि सालभर में कंपनी के शेयर 80% तक टूट गए हैं और इस साल 2025 में अब तक इसमें 34% तक की गिरावट देखी गई।