Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Nov, 2024 06:21 PM
स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाएं देने वाली सैजिलिटी इंडिया लिमिटेड (Sagility India Limited) के आईपीओ (IPO) की स्टॉक एक्सचेंज पर बेहद फीकी लिस्टिंग हुई है। स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के लिए प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाएं देने वाली सैजिलिटी...
बिजनेस डेस्कः स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाएं देने वाली सैजिलिटी इंडिया लिमिटेड (Sagility India Limited) के आईपीओ (IPO) की स्टॉक एक्सचेंज पर बेहद फीकी लिस्टिंग हुई है। स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के लिए प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाएं देने वाली सैजिलिटी इंडिया लिमिटेड का शेयर मंगलवार को अपने निर्गम मूल्य 30 रुपए से तीन प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ। जिस कारण इस शेयर के निवेशकों को निराश होना पड़ा।
बीएसई और एनएसई दोनों पर कंपनी का शेयर अपने निर्गम मूल्य से 3.53 प्रतिशत की बढ़त के साथ 31.06 रुपए पर सूचीबद्ध हुआ। बाद में बीएसई पर यह 9.66 प्रतिशत चढ़कर 32.90 रुपए पर पहुंच गया लेकिन अंत में इसने अपनी बढ़त गंवा दी और यह 2.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 29.36 रुपए पर बंद हुआ।
एनएसई पर कंपनी का शेयर तीन प्रतिशत गिरकर 29.10 रुपए प्रति शेयर पर बंद हुआ। कंपनी का बाजार मूल्यांकन 13,744.38 करोड़ रुपए रहा। मात्रा के लिहाज से दिन के दौरान बीएसई पर कंपनी के 170.83 लाख शेयरों और एनएसई पर 27.04 करोड़ शेयरों का कारोबार हुआ।
सैजिलिटी इंडिया का आईपीओ 5 नवंबर 2024 को खुला था और 7 नवंबर आवेदन करने की आखिरी तारीख थी। कंपनी ने आईपीओ के जरिए बाजार से 2106.60 करोड़ रुपए जुटाए हैं। कंपनी ने 10 रुपए के फेस वैल्यू वाले शेयर का 28-30 रुपए प्रति शेयर आईपीओ का प्राइस बैंड फिक्स किया था। हालांकि भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की ओर से जारी बिकवाली के चलते सेंटीमेंट बिगड़ा हुआ है जिसका खामियाजा सैजिलिटी इंडिया के आईपीओ को उठाना पड़ा है और केवल 3.20 गुना ही आईपीओ सब्सक्राइब हो सका है। इसमें रिटेल निवेशकों को कैटगरी 4.16 गुना, संस्थागत निवेशकों को कोटा (QIB) में 3.52 गुना और गैर-संस्थागत निवेशकों का कैटगरी में 1.93 गुना सब्सक्राइब हुआ था।