Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Nov, 2024 11:54 AM
अनिल अंबानी (Anil Ambani) की फेवरेट कंपनी रिलायंस पावर (Reliance Power) को लेकर अभी कुछ ही घंटे पहले अच्छी खबर आई थी। अब उनपर एक नई मुसीबत आ गई है। सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) ने अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर और सब्सिडरी कंपनियों पर...
बिजनेस डेस्कः अनिल अंबानी (Anil Ambani) की फेवरेट कंपनी रिलायंस पावर (Reliance Power) को लेकर अभी कुछ ही घंटे पहले अच्छी खबर आई थी। अब उनपर एक नई मुसीबत आ गई है। सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (SECI) ने अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर और सब्सिडरी कंपनियों पर 3 साल के लिए किसी भी टेंडर के लिए बोली लगाने पर बैन लगा दिया है।
फर्जी बैंक गारंटी का मामला
SECI के अनुसार, अनिल अंबानी की कंपनियों ने टेंडर के लिए फर्जी बैंक गारंटी दी थी, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई है। SECI ने गुरुवार को बयान जारी कर बताया कि बोली के आखिरी राउंड में कंपनी ने फर्जी बैंक गारंटी दी थी। इसी कारण न्यू और रिन्युएबल एनर्जी मिनिस्ट्री की कंपनी SECI ने रिलायंस पावर की सब्सिडियरी कंपनी की ओर से बैंक गारंटी में गड़बड़ियां मिलने पर आखिरी राउंड की बोली को रद्द कर दिया था और बैन लगाया है।
जांच में खुलासे
SECI ने अपने नोटिस में बताया कि महाराष्ट्र एनर्जी जेनरेशन लिमिटेड जो अब रिलायंस NU BESS लिमिटेड है उसने टेंडर के लिए बैंक गारंटी दी थी लेकिन जांच में पता चला कि जो गारंटी और डाक्यूमेंट्स दिए गए हैं वो एकदम फर्जी हैं। अब गड़बड़ी ई-रिवर्स नीलामी के बाद पाई गई तो सेसी को टेंडर की प्रक्रिया को कैंसिल करने पर मजबूर होना पड़ा।
सेसी के मुताबिक, बैन के बाद नकली डॉक्यूमेंट जमा करने की वजह से कंपनी भविष्य में किसी भी टेंडर के लिए बोली नहीं लगा सकेगा। बिडर कंपनी रिलायंस पावर की सब्सिडियरी कंपनी है, इसने पैरेंट कंपनी की शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए वित्तीय योग्यता आवश्यक्ताओं को पूरा किया था।