Edited By jyoti choudhary,Updated: 20 Aug, 2024 02:17 PM
रिटेल सेक्टर की प्रमुख कंपनियों ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 52,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। इनमें रिलायंस रिटेल, टाइटन, रेमंड, पेज इंडस्ट्रीज और स्पेन्सर शामिल हैं। कई लाइफस्टाइल और ग्रॉसरी रिटेलरों के साथ-साथ क्विक सर्विस रेस्तरां ने...
बिजनेस डेस्कः रिटेल सेक्टर की प्रमुख कंपनियों ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 52,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। इनमें रिलायंस रिटेल, टाइटन, रेमंड, पेज इंडस्ट्रीज और स्पेन्सर शामिल हैं। कई लाइफस्टाइल और ग्रॉसरी रिटेलरों के साथ-साथ क्विक सर्विस रेस्तरां ने इस वर्ष में अपने कर्मचारियों की संख्या में लगभग 26,000 की कटौती की है।
साल 2022-23 में इन रिटेलरों के पास कुल 4.55 लाख कर्मचारी थे, जो अब घटकर 4.29 लाख रह गए हैं। यह गिरावट पिछले दो वर्षों की भर्ती की होड़ के विपरीत है, जो अब कमजोर मांग के कारण धीमी हो गई है। रिलायंस रिटेल, टाइटन, रेमंड, पेज इंडस्ट्रीज और स्पेन्सर की संयुक्त स्थायी और संविदा कर्मचारियों की संख्या में 17% की कमी आई है। रिटेल सेक्टर खेती के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा नियोक्ता है। 2023-24 में 4.55 लाख कर्मचारियों के कार्यबल की संख्या घटकर 4.29 लाख रह जाएगी।
दिवाली 2022 के बाद घटी रिटेल डिमांड
दिवाली 2022 के बाद से यूजर ने गारमेंट्स, लाइफस्टाइल प्रोडक्ट, इलेक्ट्रॉनिक्स और भोजन पर गैर-जरूरी खर्च कम कर दिया, जिससे रिटेल सेल्स की वृद्धि धीमी होकर 4% रह गई। इसका कारण बढ़ता महंगाई, ब्याज दर में वृद्धि और स्टार्टअप्स और आईटी में नौकरियों का नुकसान था।
रिपोर्ट के अनुसार, कम सेल के कारण रिटेलरों ने कम से कम पांच सालों में स्टोर के विस्तार की सबसे धीमी गति 9% देखी, जिसमें कहा गया है कि कमर्शियल रियल एस्टेट सर्विसेज फर्म सीबीआरई के अनुसार रिटेल सेक्टर जो 2023 में टॉप आठ शहरों में 7.1 मिलियन वर्ग फीट जगह ले रहा था, 2024 में लगभग 6-6.5 मिलियन वर्ग फीट तक कम होने की उम्मीद है।