Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Aug, 2024 01:11 PM
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (एमडी और सीईओ) दिलीप असबे के अनुसार, भारत के प्रमुख भुगतान प्लेटफॉर्म यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) पर क्रेडिट लेनदेन हर महीने लगभग 10 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच...
बिजनेस डेस्कः नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (एमडी और सीईओ) दिलीप असबे के अनुसार, भारत के प्रमुख भुगतान प्लेटफॉर्म यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) पर क्रेडिट लेनदेन हर महीने लगभग 10 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। इनमें से करीब 100 से 200 करोड़ रुपए 'क्रेडिट लाइन ऑन यूपीआई' सेवा के माध्यम से होते हैं, जबकि शेष लेनदेन रुपे क्रेडिट कार्ड के जरिये किए जाते हैं।
इस साल 28 से 30 अगस्त तक मुंबई में होने वाले ग्लोबल फिनटेक फेस्ट से पहले आयोजित एक कार्यक्रम के इतर अस्बे ने कहा, ‘UPI पर क्रेडिट लेनदेन करीब 10 हजार करोड़ रुपए मूल्य का हो गया है और इसमें से 100 से 200 करोड़ रुपए क्रेडिट लाइन ऑन यूपीआई के जरिये आते हैं। ICICI Bank यूपीआई पर क्रेडिट देने वालों में सबसे आगे हैं। अन्य पांच से छह ऋणदाता भी इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद हैं।’
NPCI की क्रेडिट लाइन ऑन यूपीआई सेवा पिछले साल शुरू हुई है और इसका मकसद व्यक्तियों और कारोबारों को कम और उच्च मात्रा के खुदरा ऋण उपलब्ध कराना है। फिलहाल, ऐक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इंडियन बैंक, पंजाब नैशनल बैंक (PNB) और भारतीय स्टेट बैंक यह सेवा दे रहे हैं। BHIM, Google Pay, पेटीएम, पेजऐप, नवी और टाटा न्यू पर यह सेवा मिलती है। यूपीआई क्रेडिट लाइन की शुरुआत धीमी रही है क्योंकि एनपीसीआई ने अभी तक इस सेवा के इंटरचेंज शुल्क के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।