Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 Oct, 2024 04:30 PM
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। सितंबर 2024 में प्रतिदिन औसतन 50.1 करोड़ से अधिक लेनदेन हुए, जिनकी कुल वैल्यू 68,800 करोड़ रुपए रही। हालांकि, मासिक आधार पर सितंबर 2024 में केवल 0.5% वृद्धि के साथ 1504 करोड़ लेनदेन हुए,...
बिजनेस डेस्कः यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। सितंबर 2024 में प्रतिदिन औसतन 50.1 करोड़ से अधिक लेनदेन हुए, जिनकी कुल वैल्यू 68,800 करोड़ रुपए रही। हालांकि, मासिक आधार पर सितंबर 2024 में केवल 0.5% वृद्धि के साथ 1504 करोड़ लेनदेन हुए, जबकि अगस्त में यह आंकड़ा 1496 करोड़ था।
UPI लेनदेन की संख्या अप्रैल 2016 में इसकी शुरुआत के बाद से अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई। सालाना आधार पर लेनदेन की संख्या में 42% और वैल्यू में 31% की वृद्धि दर्ज की गई। डिजिटल लेनदेन में इस बढ़ोतरी का श्रेय छोटे लेनदेन और पर्सन टू मर्चेंट (P2M) ट्रांजैक्शंस को दिया जा रहा है।
IMPS लेनदेन में आई गिरावट
हालांकि, अन्य डिजिटल भुगतान प्रणालियों में गिरावट देखी गई। IMPS लेनदेन की संख्या में सितंबर में 5% की गिरावट आई, जो 43 करोड़ पर पहुंच गई, जबकि मूल्य के आधार पर इसमें 2% की कमी आई। फास्टैग लेनदेन में भी 3% की गिरावट आई लेकिन इसकी वैल्यू मामूली रूप से बढ़कर 5,620 करोड़ रुपए रही।
आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (AePS) के लेनदेन में सितंबर में कोई बदलाव नहीं हुआ और यह 10 करोड़ पर स्थिर रहा, हालांकि मूल्य के आधार पर इसमें 2% की गिरावट आई।