Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Apr, 2025 01:03 PM
लगातार चार सत्रों की मजबूती के बाद गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार ने हल्की गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत की। इसका प्रमुख कारण अमेरिकी बाजारों में आई जोरदार गिरावट रही। हालांकि बाद में इसमें रिकवरी भी देखी गई। बुधवार को अमेरिकी आईटी इंडेक्स नैस्डैक...
बिजनेस डेस्कः लगातार चार सत्रों की मजबूती के बाद गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार ने हल्की गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत की। इसका प्रमुख कारण अमेरिकी बाजारों में आई जोरदार गिरावट रही। हालांकि बाद में इसमें रिकवरी भी देखी गई। बुधवार को अमेरिकी आईटी इंडेक्स नैस्डैक में 3% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, जो चिप निर्माता कंपनियों पर बने दबाव के चलते आई।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते टैरिफ वॉर का सबसे ज्यादा असर सेमीकंडक्टर सेक्टर पर पड़ रहा है। इससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है। इस गिरावट के चलते अमेरिकी बाजारों से करीब 1.5 ट्रिलियन डॉलर (12,82,46,67,13,50,000 रुपए) का मार्केट कैप साफ हो गया।
फेडरल रिजर्व की टिप्पणी ने बढ़ाई चिंता
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा कि अमेरिका की आर्थिक ग्रोथ की रफ्तार धीमी होती दिख रही है। टैरिफ वॉर से बचने के लिए आयात में तेजी आ रही है, जिससे GDP पर दबाव पड़ने की आशंका है। इस बयान ने बाजार की नकारात्मक धारणा को और गहरा कर दिया।
एनवीडिया और AMD को बड़ा झटका
अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने Nvidia और AMD की AI चिप्स के चीन को एक्सपोर्ट पर नया लाइसेंस नियम लागू कर दिया है। Nvidia ने कहा है कि इन प्रतिबंधों से कंपनी को लगभग 5.5 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है।
इस खबर का सीधा असर Nasdaq पर पड़ा, जो 3% यानी 516 अंक गिरकर बंद हुआ। S&P 500 में भी 2% से ज्यादा की गिरावट रही, जबकि Dow Jones 1.5% से अधिक लुढ़का।
टेक शेयरों में सबसे बड़ी गिरावट Nvidia और AMD में दर्ज की गई, जिनके स्टॉक्स 8% से ज्यादा टूट गए। इसके अलावा Meta और Microsoft के शेयर 2%, और Tesla का स्टॉक 3% से अधिक गिरा।