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अमेरिकी शेयर बाजार में आई तबाही, 5 लाख करोड़ डॉलर डूबे, ट्रंप बोले- कुछ दर्द तो सहना पड़ेगा

Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Apr, 2025 11:10 AM

us stock market is in a state of disaster 5 trillion dollars are lost

शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन बड़ी गिरावट देखने को मिली। दो दिन में निवेशकों की लगभग 5 लाख करोड़ डॉलर की संपत्ति डूब गई है। नैस्डैक, डाउ जोन्स और एस&पी 500 तीनों प्रमुख इंडेक्स में बड़ी गिरावट दर्ज की गई।

बिजनेस डेस्कः शुक्रवार को अमेरिकी शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन बड़ी गिरावट देखने को मिली। दो दिन में निवेशकों की लगभग 5 लाख करोड़ डॉलर की संपत्ति डूब गई है। नैस्डैक, डाउ जोन्स और एस&पी 500 तीनों प्रमुख इंडेक्स में बड़ी गिरावट दर्ज की गई।

  • डाउ जोन्स में करीब 5.5% की गिरावट आई।
  • एस&पी 500 लगभग 6% नीचे बंद हुआ।
  • नैस्डैक 5.8% गिरकर 'बेयर मार्केट' में चला गया।

'बेयर मार्केट' तब कहा जाता है जब किसी शेयर बाजार में कीमतें अपने उच्चतम स्तर से 20% या उससे अधिक गिर जाती हैं और गिरावट का रुझान बना रहता है। ट्रंप के टैरिफ ने दुनिया को हिला कर रख दिया है। इसके जवाब में चीन ने शुक्रवार को सभी अमेरिकी आयातों पर 34% अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की। इससे वैश्विक ट्रेड वॉर और भी खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। निवेशकों को डर है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ट्रेड वॉर दुनिया को मंदी की ओर धकेल देगा। वहीं दूसरी ओर इस गिरावट को लेकर ट्रंप ने कहा कि कुछ दर्द तो सहना पड़ेगा।

ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद टूटी

अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने शुक्रवार को ब्याज दरों में कटौती को लेकर कोई संकेत नहीं दिया। इससे उन निवेशकों को बड़ा झटका लगा, जो उम्मीद कर रहे थे कि बाजार में आई भारी गिरावट को देखते हुए फेड राहत देगा। डोनाल्ड ट्रंप ने भी सोशल मीडिया पर पॉवेल पर दबाव बनाया था कि वे ब्याज दरों में कटौती करें लेकिन पॉवेल ने साफ कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था अभी भी विकास और मुद्रास्फीति दोनों के ‘उच्च जोखिम’ में है, इसलिए तत्काल राहत संभव नहीं है। इस 'वेट एंड वॉच' रुख ने वॉल स्ट्रीट में और घबराहट फैला दी।

फेड की नीतियों ने हिला दी वॉल स्ट्रीट

विशेषज्ञ मानते हैं कि इस बार की गिरावट 2008 के ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस से भी अलग है। उस समय बाजार गिरावट का कारण बाहरी आर्थिक कमजोरियाँ थीं, लेकिन इस बार की उथल-पुथल सरकार और फेड के स्पष्ट नीतिगत निर्णयों से जुड़ी है, जिनके जोखिम पहले से अनुमानित थे।

  • 100 सालों में सबसे अधिक अमेरिकी टैरिफ लागू किए गए हैं।
  • जेपी मॉर्गन के मुताबिक, यह 1968 के बाद सबसे बड़ी टैक्स वृद्धि है।
  • ट्रंप के कार्यकाल के दौरान अमेरिकी इक्विटी मार्केट कैप में 8 लाख करोड़ डॉलर की गिरावट आई है, जिसमें से 5 लाख करोड़ डॉलर सिर्फ बीते दो दिनों में खत्म हो गए।

ट्रंप बोले- 'थोड़ा दर्द तो सहना पड़ेगा'

अमेरिकी बाजार की गिरावट पर ट्रंप ने टिप्पणी करते हुए कहा, “थोड़ा दर्द तो सहना पड़ेगा। कमजोर लोग ही असफल होते हैं।” उन्होंने यह भी दावा किया कि यह रणनीति आगे चलकर अमेरिका के लिए फायदेमंद साबित होगी।

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