Edited By jyoti choudhary,Updated: 30 Jul, 2024 10:29 AM
इंफ्रा कंपनी वीवीआईपी इंफ्राटेक (VVIP Infratech) के शेयरों की आज BSE के SME प्लेटफॉर्म पर शानदार एंट्री हुई। इसके आईपीओ को कुल 236 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 93 रुपए प्रति शेयर के भाव पर जारी हुए थे। आज BSE SME पर शेयरों की शुरुआत...
बिजनेस डेस्कः इंफ्रा कंपनी वीवीआईपी इंफ्राटेक (VVIP Infratech) के शेयरों की आज BSE के SME प्लेटफॉर्म पर शानदार एंट्री हुई। इसके आईपीओ को कुल 236 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 93 रुपए प्रति शेयर के भाव पर जारी हुए थे। आज BSE SME पर शेयरों की शुरुआत 176.70 रुपए पर हुई, जिससे आईपीओ निवेशकों को 90 फीसदी का लिस्टिंग गेन प्राप्त हुआ। लिस्टिंग के बाद शेयरों की कीमत और बढ़ी और 185.53 रुपए पर अपर सर्किट पर पहुंच गई, जिससे आईपीओ निवेशक अब 99.49 फीसदी मुनाफे में हैं।
IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
VVIP इंफ्राटेक का ₹61.21 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 23-25 जुलाई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 236.92 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 168.45 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 456.82 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 181.73 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 65.82 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कैपिटल एक्सपेंडिचर, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों, आम कॉरपोरेट उद्देश्यों और इश्यू से जुड़े खर्चों को भरने में करेगी।
VVIP Infratech के बारे में
वर्ष 2001 में बनी VVIP इंफ्राटेक (पूर्व नाम विभोर बिल्डर्स) इंफ्रा कंपनी है। इसका कारोबार यूपी, उत्तराखंड, दिल्ली-एनसीआर और देश के बाकी उत्तरी हिस्सों में फैला हुआ है। यह सीवेज, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स, वाटर टैंक्स, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, सेक्टर डेवलपमेंट वर्क्स, पावर डिस्ट्रीब्यूशन और सबस्टेशन इत्यादि के प्रोजेक्ट पर काम करती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 4.53 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 13.58 करोड़ रुपए और वित्त वर्ष 2024 में 20.71 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 24 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 285.88 करोड़ रुपए पर पहुंच गया।