Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Jan, 2025 11:27 AM
आईटीसी लिमिटेड से अलग होकर स्वतंत्र रूप से लिस्ट होने वाली आईटीसी होटल्स के शेयरों की बुधवार, 29 जनवरी को स्टॉक एक्सचेंजों पर कमजोर शुरुआत हुई। कंपनी के शेयर डिस्काउंट पर लिस्ट हुए, जिससे निवेशकों को बड़ा झटका लगा। डीमर्जर के बाद आईटीसी होटल्स के...
बिजनेस डेस्कः आईटीसी लिमिटेड से अलग होकर स्वतंत्र रूप से लिस्ट होने वाली आईटीसी होटल्स के शेयरों की बुधवार, 29 जनवरी को स्टॉक एक्सचेंजों पर कमजोर शुरुआत हुई। कंपनी के शेयर डिस्काउंट पर लिस्ट हुए, जिससे निवेशकों को बड़ा झटका लगा। डीमर्जर के बाद आईटीसी होटल्स के शेयरों की कीमत एनएसई और बीएसई पर तय दर से करीब 30% कम पर खुली, जिससे इसकी बाजार शुरुआत कमजोर मानी जा रही है।
30% नुकसान के साथ लिस्टिंग
बता दें कि आईटीसी होटल्स के शेयरों ने अपनी पैरेंट कंपनी आईटीसी लिमिटेड से अलग होने के बाद आज बुधवार को भारतीय शेयर बाजार में लिस्ट हो गया। आईटीसी होटल्स ने बीएसई पर डिस्कवर्ड प्राइस ₹270 के मुकाबले 30.37% डिस्काउंट के साथ ₹188 प्रति शेयर पर लिस्ट हुए। वहीं, एनएसई पर आईटीसी होटल्स के शेयर ₹180 प्रति शेयर पर लिस्ट हुए, जो कि डिस्कवर्ड प्राइस ₹260 प्रति शेयर से 30.77% की छूट पर है। लिस्टिंग के साथ ही इसमें 5% का लोअर सर्किट भी लग गया और यह शेयर बीएसई पर 178.60 रुपए के इंट्रा डे लो तक आ गया।
आईटीसी होटल्स का डीमर्जर रेशियो 1:10 था, जिसका अर्थ है कि मौजूदा आईटीसी शेयरधारकों को प्रत्येक 10 आईटीसी शेयरों के लिए 1 आईटीसी होटल्स शेयर प्राप्त हुआ। पैरेंट आईटीसी लिमिटेड ने नई यूनिट में 40.0% हिस्सेदारी बरकरार रखी, बाकी 60.0% शेयरधारकों को डिस्ट्रिब्यूट की गई। बता दें कि राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण की कोलकाता पीठ ने 16 दिसंबर, 2024 को इस कारोबार विभाजन योजना को मंजूरी दी थी। आईटीसी होटल्स 90 जगहों पर 140 से अधिक होटलों का संचालन करती है और इसके छह अलग-अलग ब्रांड हैं।