Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Mar, 2025 01:30 PM

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से पहले जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में एक्टिव लोन लेने वालों की संख्या में महिलाएं पुरुषों की तुलना में आगे रहीं। क्रेडिट सूचना कंपनी CRIF High Mark की रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं ने न केवल लोन लेने में बढ़त बनाई...
बिजनेस डेस्कः अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से पहले जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में एक्टिव लोन लेने वालों की संख्या में महिलाएं पुरुषों की तुलना में आगे रहीं। क्रेडिट सूचना कंपनी CRIF High Mark की रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं ने न केवल लोन लेने में बढ़त बनाई बल्कि पुरुषों की तुलना में ऋण चुकाने में भी बेहतर प्रदर्शन किया।
रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2024 तक सक्रिय महिला उधारकर्ताओं की संख्या 10.8% बढ़कर 8.3 करोड़ हो गई, जबकि पुरुषों में यह वृद्धि केवल 6.5% रही।
महिलाएं बेहतर ऋण चुकाने वाली
रिपोर्ट में कहा गया है कि महिलाओं ने अधिकांश ऋण श्रेणियों में बेहतर भुगतान व्यवहार दिखाया है। गोल्ड लोन और टू-व्हीलर लोन को छोड़कर, महिलाओं का भुगतान प्रदर्शन पुरुषों से बेहतर रहा।
2024 में होम लोन, बिजनेस लोन, एग्री और ट्रैक्टर लोन, प्रॉपर्टी लोन और एजुकेशन लोन में महिलाओं की भुगतान क्षमता में उल्लेखनीय सुधार देखा गया। इसके अलावा, महिलाओं ने कंज्यूमर ड्यूरेबल लोन के मामले में भी पुरुषों से बेहतर प्रदर्शन किया।
महिलाओं को ऋण देने में सरकारी बैंकों की रुचि बढ़ी
रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी बैंक 2024 में महिलाओं को ऋण देने में अधिक रुचि दिखा रहे हैं। महिला उधारकर्ताओं का बकाया ऋण पोर्टफोलियो 18% बढ़कर 36.5 लाख करोड़ रुपए हो गया है। हालांकि, कुल उधारकर्ताओं में महिलाओं की हिस्सेदारी 24% पर स्थिर बनी हुई है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि 35 वर्ष या उससे कम उम्र की महिलाएं सबसे अधिक ऋण लेने वाली उधारकर्ता बनी हुई हैं। हालांकि, कुल लोन में महिलाओं की हिस्सेदारी 2022 में 44.3% से घटकर 2024 में 43.8% हो गई।
महाराष्ट्र टॉप पर
राज्यवार प्रदर्शन में महाराष्ट्र सबसे आगे रहा। महाराष्ट्र ने होम लोन, बिजनेस लोन, प्रॉपर्टी लोन, ऑटो लोन, क्रेडिट कार्ड और एजुकेशन लोन के मामले में शीर्ष स्थान हासिल किया।