Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Aug, 2024 11:18 AM
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर एक यूजर ने भारत में छोटे व्यवसायों और क्लाउड किचन के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर किया है, जो ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप्स जैसे Zomato और Swiggy पर अत्यधिक निर्भर हैं। यूजर ने अपने पोस्ट में बताया कि इन ऐप्स...
बिजनेस डेस्कः सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर एक यूजर ने भारत में छोटे व्यवसायों और क्लाउड किचन के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर किया है, जो ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप्स जैसे Zomato और Swiggy पर अत्यधिक निर्भर हैं। यूजर ने अपने पोस्ट में बताया कि इन ऐप्स पर छोटे व्यवसायों को भारी प्लेटफार्म शुल्क और अन्य कटौतियों का सामना करना पड़ता है, जिससे उनके लिए मुनाफा कमाना बहुत मुश्किल हो जाता है। उन्होंने एक स्क्रीनशॉट भी शेयर किया, जिसमें दिखाया गया कि भारी शुल्क और कटौतियों के बाद एक छोटे व्यवसाय को कितनी कम कमाई होती है। इस पर कई यूजर्स की प्रतिक्रियाएं भी आईं।
X यूजर @uditbsangwan ने सोशल मीडिया पर बताया कि भारत में छोटे क्लाउड किचन भारी शुल्क और कटौतियों के कारण टिक नहीं पा रहे हैं, जो Zomato और Swiggy जैसे प्लेटफार्मों द्वारा लगाए जाते हैं। अपने पोस्ट में उन्होंने बताया कि उनके एक दोस्त, जो एक क्लाउड किचन के मालिक थे। हाल ही में उनकों अपना व्यवसाय बंद करने पड़ा। इसका कारण उन्होंने Zomato जैसे प्लेटफार्मों द्वारा लगाए गए भारी शुल्क और कटौतियों को बताया, जिसने उनके दोस्त के लिए व्यवसाय को चलाना असंभव बना दिया। उन्होंने इन भारी शुल्कों को 'अन्यायपूर्ण' करार दिया और पूछा कि 'ऐसी व्यवस्था में छोटे व्यवसाय कैसे फल-फूल सकते हैं?'
उनकी पोस्ट पर लोगों की काफी प्रतिक्रियाएं आईं। कुछ लोगों ने अपने अनुभव साझा किए, जबकि अन्य ने बताया कि कैसे ग्राहक भी इन भारी शुल्कों का बोझ उठाते हैं। कई लोगों ने Zomato की भी यह कहकर आलोचना की कि यह प्लेटफार्म भी मुनाफा कमाने के लिए काम कर रहा है।