Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Jan, 2024 04:49 PM
सोनी अब जी एंटरटेनमेंट के साथ अपनी इंडियन यूनिट के विलय समझौते को कैंसिल करने की योजना बना रही है। आज यानी 8 जनवरी, सोमवार को ब्लूमबर्ग ने इसे लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की है। सोनी ग्रुप कॉर्प और जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड के पास इस मर्जर को...
बिजनेस डेस्कः सोनी अब जी एंटरटेनमेंट के साथ अपनी इंडियन यूनिट के विलय समझौते को कैंसिल करने की योजना बना रही है। आज यानी 8 जनवरी, सोमवार को ब्लूमबर्ग ने इसे लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की है। सोनी ग्रुप कॉर्प और जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड के पास इस मर्जर को बंद करने के लिए एक महीने का ग्रेस पीरियड है।
2021 में जी ने जापान के सोनी कॉर्प की सहायक कंपनी सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के साथ विलय की घोषणा की थी लेकिन क्रेडिटर्स की आपत्तियों सहित अन्य कारणों से ये विलय पूरा नहीं पाया है। इस मर्जर से 10 बिलियन डॉलर (करीब 83 हजार करोड़ रुपए) की कंपनी बनती। 24 फीसदी से ज्यादा व्यूअरशिप के साथ जी+सोनी देश का सबसे बड़ा एंटरटेनमेंट नेटवर्क होता।
कंपनी को मिलता बड़ा और डायवर्स ऑडियंस बेस
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया लंबे समय से इंडियन टेलीविजन इंडस्ट्री में हैं। कंपनी ने भारत में 1995 में अपना पहला टीवी चैनल सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन लॉन्च किया था। कंपनी अपने बिजनेस को बहुत ज्यादा एक्सपेंड नहीं कर पा रही थी।
वहीं ZEEL ने अपना पहला चैनल जी टीवी 2 अक्टूबर 1992 को लॉन्च किया था। ZEEL पर लंबे समय से एस्सेल ग्रुप का कंट्रोल था लेकिन एस्सेल पर अपने खुद के 2.4 अरब डॉलर (17,000 करोड़ रुपए) के कर्ज का बोझ था। ऐसे में इस मर्जर से दोनों कंपनियों को बड़ा और डायवर्स ऑडियंस बेस मिलता।