Edited By Diksha Raghuwanshi,Updated: 13 Nov, 2024 03:52 PM
नीचे भारत में उपलब्ध पाँच फैलोशिप प्रोग्राम्स के बारे में बताया गया है, जो विभिन्न क्षेत्रों में व्यक्तिगत और व्यवसायिक विकास के असाधारण अवसर प्रदान करते हैं।
चंडीगढ़। फैलोशिप प्रोग्राम परिवर्तनकारी अनुभव प्रदान करते हैं, जिससे लोग उत्कृष्टता प्राप्त करने में समर्थ बनते हैं। फैलोशिप प्रोग्राम में हिस्सा लेकर विद्यार्थी और ग्रेजुएट्स अपनी विशेषज्ञता बढ़ाते हैं, उद्योग के लीडर्स के साथ नेटवर्किंग करते हैं और वास्तविक दुनिया के अनुभव प्राप्त करते हैं।
भारत में भविष्य के नेतृत्वकर्ताओं के विकास में फैलोशिप की अहम भूमिका है। यह पोस्टग्रेजुएट प्र्रगति और करियर के विकास पर केंद्रित होती है। सरकार और निजी क्षेत्र दोनों ही विभिन्न फैलोशिप प्रोग्राम पेश करते हैं, जो शैक्षणिक और व्यवसायिक लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करते हैं। कई फैलोशिप प्रोग्राम नेतृत्व के प्रशिक्षण, सामुदायिक सहभागिता, और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के लिए होते हैं, जो नेतृत्व का कौशल विकसित करने, सामाजिक परिवर्तन लाने, और परिणाम प्राप्त करने में मदद करते हैं। फैलोशिप की मदद से आप अपनी पूरी क्षमता का विकास कर सकते हैं और अपना करियर सफल बना सकते हैं।
नीचे भारत में उपलब्ध पाँच फैलोशिप प्रोग्राम्स के बारे में बताया गया है, जो विभिन्न क्षेत्रों में व्यक्तिगत और व्यवसायिक विकास के असाधारण अवसर प्रदान करते हैं।
टीच फॉर इंडिया
टीच फॉर इंडिया फैलोशिप भारत में शिक्षा में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने में समर्थ बनाती है। इस 2 वर्षीय फैलोशिप प्रोग्राम में फैलोज़ को शिक्षण और नेतृत्व कौशल का विकास करने का अवसर मिलता है, और वो समान मानसिकता वाले एजुकेटर्स एवं मेंटर्स के नेटवर्क में शामिल हो सकते हैं। उन्हें इन्फ्लुएंशल चेंज एजेंट्स के एलुमनी नेटवर्क का हिस्सा बनने और शैक्षणिक समानता के समर्थक बनने का अवसर मिलता है। वो आजीवन चलने वाले संपर्कों और गठबंधनों का विकास कर अद्वितीय दृष्टिकोण प्राप्त करके स्थायी परिवर्तन लाने में समर्थ बनते हैं।
टीच फॉर इंडिया फैलोशिप 2025 के लिए आवेदन करें। फैलो कैसे बनें
पात्रताः जून/जुलाई 2025 तक ग्रेजुएशन कोर्स पूरा को गया हो। फैलोशिप की अवधिः 2 वर्षीय फैलोशिप प्रोग्राम
गांधी फैलोशिप
गांधी फैलोशिप एक परिवर्तनकारी प्रोग्राम है, जो युवा नेतृत्वकर्ताओं को भारत में विशेषकर ग्रामीण शिक्षा में गंभीर सामाजिक समस्याओं से निपटने में समर्थ बनाता है। सामुदायिक कार्यों में सहभागिता, वास्तविक दुनिया की समस्याओं के समाधान, और वर्कशॉप्स एवं कोर्स के कठोर पाठ्यक्रम के साथ फैलोज़ में महत्वपूर्ण कौशलों, समानुभूति, और खुले दृष्टिकोण का विकास होता है। यह फैलोशिप स्थायी परिवर्तन लाने, विविधता का विकास करने और समुदायों के बीच संबंध स्थापित करने तथा उन्हें भारत और विश्व में सकारात्मक परिवर्तन लाने में समर्थ बनाने के लिए नए युग के लीडर्स का विकास करती है। ये फैलो ऑनलाईन कोर्स, वास्तविक अनुभवों, वर्कशॉप्स आदि के माध्यम से पढ़ाई करते हैं, जिनका उद्देश्य देश में गाँवों के स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना है।
गांधी फैलोशिप के लिए आवेदन करें।
पात्रताः गांधी फैलोशिप के लिए किसी भी विषय में शैक्षणिक वर्ष 2024-25 में अंडरग्रेजुएट/पोस्टग्रेजुएट अंतिम वर्ष के विद्यार्थी या हाल ही में ग्रेजुएट हो चुके विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं। आवेदकों की उम्र 25 साल से ज्यादा न हो और उन्होंने 10वीं, 12वीं, और अंडरग्रेजुएट/पोस्टग्रेजुएट परीक्षाएं कम से कम 55 प्रतिशत के औसत अंकों के साथ उत्तीर्ण की हो।
फैलोशिप की अवधिः यह फैलोशिप प्रोग्राम 23 महीने तक चलेगा।
एसबीआई यूथ फॉर इंडिया फैलोशिप
एसबीआई यूथ फॉर इंडिया फैलोशिप एसबीआई फाउंडेशन का फ्लैगशिप अभियान है। यह एक 13 माह का प्रोग्राम है, जो युवाओं को अनुभवी एनजीओ के साथ मिलकर गाँवों का विकास करने में समर्थ बनाता है। ये फैलो 12 क्षेत्रों में विविध परियोजनाओं के लिए काम करते हैं, जो गाँवों की जरूरतों के हिसाब से तैयार की जाती हैं, और उन्हें स्थानीय समुदायों के साथ जुड़कर जमीनी समस्याओं को हल करने एवं सस्टेनेबल विकास लाने में समर्थ बनाती हैं। यह प्रोग्राम शहरी प्रतिभाओं और ग्रामीण महत्वाकांक्षाओं के बीच का अंतर दूर करता है तथा एनजीओ को कुशल कार्यबल उपलब्ध करवाकर इसके एलुमनी के लिए ग्रामीण विकास की आजीवन चलने वाली प्रतिबद्धता का विकास करता है।
एसबीआई यूथ फॉर इंडिया फैलोशिप के लिए आवेदन करें
पात्रताः अभ्यर्थियों को भारतीय नागरिक, नेपाल या भूटान का नागरि या ओवरसीज़ सिटजन ऑफ इंडिया (ओसीआई) होना तथा इस प्रोग्राम की शुरुआत में उनकी उम्र 21 से 32 साल के बीच होना (2 अगस्त 1992 से 1 अक्टूबर 2003 के बीच जन्म) अनिवार्य है।
फैलोशिप की अवधिः 13 महीने
स्वच्छ भारत फैलोशिप
स्वच्छ भारत फैलोशिप विश्व के सबसे बड़े स्वच्छता अभियान, स्वच्छ भारत मिशन के साथ साझेदारी में एक इनोवेटिव प्रोग्राम है। यह फैलोशिप विभिन्न राज्यों के युवा प्रोफेशनल्स को जिला प्रशासन के साथ काम करने का अवसर प्रदान करती है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों को खुले में शौच से मुक्त बनाया जा सके। ये फैलो सीधे भारत सरकार के साथ सहयोग करके स्वच्छ भारत (ग्रामीण) मॉडलों का निर्माण व क्रियान्वयन करते हैं ताकि इन समुदायों में स्वच्छता के स्थायी समाधानों का विकास हो सके।
स्वच्छ भारत फैलोशिप के लिए आवेदन करें
पात्रताः आवेदकों के पास मैनेजमेंट, ग्रामीण विकास, सामाजिक विज्ञान, लिबरल स्टडीज़, या इकॉनॉमिक्स में अंडरग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट डिग्री और सरकारी योजनाओं या सामाजिक/ग्रामीण विकास परियोजनाओं के प्रबंधन का कम से कम 2 वर्ष का अनुभव होना अनिवार्य है।
लेजिस्लेटिव असिस्टैंट्स टू मेंबर्स ऑफ पार्लियामेंट (एलएएमपी)
लेजिस्लेटिव असिस्टैंट्स टू मेंबर्स ऑफ पार्लियामेंट (एलएएमपी) फैलोशिप युवा भारतीयों को कानून-निर्माण और सार्वजनिक नीति का प्रायोगिक अनुभव प्राप्त करने का अद्वितीय व आकर्षक अनुभव प्रदान करती है। एलएएमपी फैलो सांसदों (एमपी) के साथ एक साल तक पूर्णकालिक काम करते हैं। उनका कार्य मॉनसून सत्र की शुरुआत से लेकर बजट सत्र के अंत तक चलता है। एलएएमपी फैलो की प्राथमिक जिम्मेदारी अपने सांसद को शोध में विस्तृत सहयोग प्रदान करना है।
एलएएमपी फैलोशिप के लिए आवेदन करें
पात्रताः एलएएमपी फैलोशिप के लिए 25 साल या उससे कम उम्र के लोग आवेदन कर सकते हैं। आवेदकों के पास किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री होनी अनिवार्य है। इस पद के लिए केवल भारतीय नागरिक ही आवेदन कर सकते हैं। फैलोशिप की अवधिः 1 साल (1 माह का प्रशिक्षण + सांसद द्वारा लगभग 11 महीने की मेंटरशिप)
ये फैलोशिप प्रोग्राम भारत में शिक्षा के भविष्य को आकार व प्रेरणा दे रहे हैं, इसका प्रभाव दीर्घकालिक विकास के लिए ऊर्जावान शैक्षिक नेतृत्वकर्ताओं के सहयोग का महत्व प्रदर्शित करता है।