Edited By Diksha Raghuwanshi,Updated: 20 Aug, 2024 05:07 PM
लखपति दीदी योजना के तहत, महिलाओं को स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिए ₹5,00,000 तक का बिन ब्याजी ऋण प्रदान किया जाता है।
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाया है, जिसे ‘लाडकी बहिन योजना’ के रूप में जाना जाता है। यह योजना राज्य की महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक सशक्त पहल है, जिसके अंतर्गत 21 से 65 वर्ष की उम्र की महिलाओं को हर महीने ₹1,500 की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
यह योजना उन महिलाओं के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, जो आर्थिक रूप से संघर्ष कर रही हैं या किसी और पर निर्भर हैं। इस योजना के माध्यम से महिलाओं को एक स्थिर आय स्रोत मिलता है, जिससे वे अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार सकती हैं और अपने परिवारों की बेहतर देखभाल कर सकती हैं।
इसके अलावा, शिंदे सरकार ने लेक लाडकी योजना भी शुरू की है, जो लड़कियों को उनके जन्म से लेकर 18 वर्ष की आयु तक वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इस योजना का उद्देश्य लड़कियों को शिक्षा और अन्य अवसरों का लाभ दिलाने के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान करना है, जिससे वे एक उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ सकें।
लखपति दीदी योजना के तहत, महिलाओं को स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिए ₹5,00,000 तक का बिन ब्याजी ऋण प्रदान किया जाता है। यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और अपने व्यवसाय को बिना किसी आर्थिक बोझ के शुरू करने का अवसर देती है।
शिंदे सरकार ने महिलाओं की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए अन्नपूर्णा योजना भी शुरू की है, जिसके अंतर्गत राज्य के 52 लाख परिवारों को सालाना 3 मुफ्त गैस सिलेंडर प्रदान किए जाते हैं। इससे घरों में महिलाओं को आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित होती है।
‘लाडकी बहिन योजना’ और अन्य संबंधित योजनाओं के माध्यम से एकनाथ शिंदे ने न केवल महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान की है, बल्कि उन्हें सशक्त बनने का अवसर भी दिया है। इन योजनाओं के माध्यम से महाराष्ट्र में महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और सशक्त भविष्य का निर्माण किया जा रहा है।