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मुर्तुज़ा अली हामिद की ईंधन जलने वाली विकिरण प्रौद्योगिकी (Fuel Burn Radiation Technology) को विदेशी कंपनियों का निवेश ऑफर

Edited By Diksha Raghuwanshi,Updated: 13 Jan, 2025 12:48 PM

investment offer from foreign companies for fuel burn radiation technology

इस प्रौद्योगिकी में निवेश करने के लिए विदेशी कंपनियों के साथ बातचीत कई चरणों में आगे बढ़ रही है और अगर सबकुछ ठीक रहा तो अगले कुछ महीनों में यह प्रौद्योगिकी भारत समेत पूरे विश्व में अपना बना लेगी।

चंडीगढ़। मुर्तुज़ा अली हामिद की ईंधन जलने वाली विकिरण प्रौद्योगिकी (Fuel Burn Radiation Technology) ने विश्वभर में ध्यान आकर्षित किया है और अब विदेशी कंपनियों ने इस प्रौद्योगिकी में निवेश करने के लिए ऑफर दिया है।

इस प्रौद्योगिकी में निवेश करने के लिए विदेशी कंपनियों के साथ बातचीत कई चरणों में आगे बढ़ रही है और अगर सबकुछ ठीक रहा तो अगले कुछ महीनों में यह प्रौद्योगिकी भारत समेत पूरे विश्व में अपना बना लेगी।

मुर्तुज़ा अली हामिद की ईंधन जलने वाली विकिरण प्रौद्योगिकी को विदेशी कंपनियों का निवेश ऑफर के सवाल के जवाब मे
मुर्तुज़ा अली हामिद ने जवाब में उन्होंने बताया कि घरेलू बाजार में और हमारे समाज में भी लोगों की मानसिकता आज भी दिव्यांग लोगों को आगे बढ़ाने में हमेशा शंका की जाती है और उनकी उपलब्धि के ऊपर हमेशा प्रश्नचिह्न रहता है। यह समस्या उनके साथ भी पिछले 15 सालों से लगातार रही है और बार-बार उनके प्रयासों के बावजूद उन्हें लोगों के सवालों और दुर्भावना का सामना करना पड़ा है।

उन्होंने आगे कहा, "लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी और अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की। और अब जब मेरी प्रौद्योगिकी को विदेशी कंपनियों का निवेश ऑफर मिला है, तो मुझे लगता है कि यह मेरे सपनों को पूरा करने का एक बड़ा मौका है।"

उन्होंने बताया कि गत वर्ष 2023 में भी उनके प्रोजेक्ट के साथ कुछ ऐसा  हुआ था, जिसमें व्यक्तिगत ईर्ष्या और दुर्भावना के कारण उनके प्रोजेक्ट को रोकने का प्रयास किया गया था, जिससे इस प्रोजेक्ट में किए जाने वाले निवेश में रुकावट आई थी और उन्हें वित्तीय और मानसिक नुकसान उठाना पड़ा था।

मुर्तुज़ा अली हामिद के अनुसार, इसका मुख्य कारण कुछ लोगों में गलत इरादे और स्वार्थ की पूर्ति के लिए प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने से रोका गया था। साथ ही, मुर्तुज़ा अली हामिद ने यह भी माना है कि उनकी तरफ से लोगों को जागरूक करने और प्रौद्योगिकी के बारे में पूरी जानकारी और इसके दुर्गम लाभों के बारे में  प्रचार में कमी रही ।

इस प्रौद्योगिकी के प्रोटोटाइप में मुर्तुज़ा अली हामिद ने अपना भाड़ा नामक टैक्सी सेवा प्लेटफ़ॉर्म की स्थापना की थी जो कि अपने ही निवेश से शुरू किया था, लेकिन लोगों की जागरूकता में कमी और आमजन ने इसके उपयोग से होने वाले लाभों के प्रभाव के आमजन तक नही पहुँच पाया | कुछ लोगों की दुर्भावनावश किए गए प्रचार से निवेशको के विश्वास में कमी आई जिसके वजाह से प्रोजेक्ट को शुरुआती दौर में ही रोकना पड़ा जिससे भारतीय समाज को इसके होने वाले लाभों की दुर्गम जानकारी नहीं हो पाई और साथ ही उन्हें वित्तीय नुकसान उठाना पड़ा।

अपनी इस विफलता से उपर उठकर और अपनी विकलांता से उपर उठकर एकबार फिर अपने परिवार और मित्रों के सहयोग से वापस अपने मजबूत विश्वास के साथ वे अपने आप को खड़ा करने में कामयाब हुए। और दोगुनी ताकत के साथ अपनी तकनीक का विश्वव्यापी प्रदर्शन का निश्चय किया।

जिसके जवाब में कई विदेशी कंपनियां मुर्तुज़ा के साथ साझेदारी के लिए आगे आई हैं। और इसका परिणाम तकनीक को विश्वव्यापी लाभ अगले कुछ महीनों में दिखने लगेगा। मुर्तुज़ा ने अपने उपर आए संकट से निकलने के सहयोग में अपने परिवार, मित्रों और शुभचिंतकों का आभार व्यक्त किया।

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