पीओएसपी मॉडल सभी हितधारकों के लिए है फायदेमंद : ध्रुव सरीन

Edited By Deepender Thakur,Updated: 23 Feb, 2024 11:51 AM

posp is beneficial for all stakeholders dhruv sarin

जब बीमा खरीदने की बात आती है, तो खासकर टियर-2 और टियर-3 शहरों में लोगों के बीच विश्वास सबसे ज्यादा मायने रखता है।

जब बीमा खरीदने की बात आती है, तो खासकर टियर-2 और टियर-3 शहरों में लोगों के बीच विश्वास सबसे ज्यादा मायने रखता है। एक प्रवृत्ति चंडीगढ़ सहित पूरे भारत में देखने को मिलती है, वह यह है कि लोग बीमा उत्पाद की जानकारी तो ऑनलाईन ले लेते हैं, पर उसे खरीदने की प्रक्रिया में किसी बीमा एजेंट के सहयोग को ही प्राथमिकता देते हैं। पीबी पार्टनर्स के पीओएसपी मॉडल में एजेंट पार्टनर व्यक्तिगत स्पर्श और टेक्नोलॉजी पर आधारित प्रक्रियाओं की मदद से व्यक्ति के लिए अनुकूलित सेवाओं की मांग को पूरा करते हैं। 

पीओएसपी मॉडल द्वारा पीबीपार्टनर्स का उद्देश्य भारत में बीमा के परिवेश में एक नया व क्रांतिकारी परिवर्तन लेकर आना है। यह खासकर टियर 2 और टियर 3 शहरों में काफी प्रासंगिक है, जहाँ अभी भी बीमा की पहुँच कम है। इस मॉडल की मदद से पिछले तीन सालों में देश के सबसे दूरदराज के इलाकों में भी बीमा पहुँचाने में सफलता मिली है, जहाँ पॉलिसी जारी करने से लेकर क्लेम भुगतान तक यह मॉडल काफी प्रभावशाली रहा है। यह सब इस मॉडल द्वारा अपनाए गए आधुनिक टेक समाधानों की मदद से संभव हो सका है। 

पीबी पार्टनर्स के चीफ बिज़नेस ऑफिसर (सीबीओ), ध्रुव सरीन ने बताया, “यह मॉडल सभी हितधारकों, जैसे एजेंट पार्टनर्स, उपभोक्ताओं और बीमाकर्ताओं के लिए फायदेमंद होता है। पीओएसपी एजेंट पार्टनर विभिन्न उत्पाद बेचने के लिए प्रशिक्षित होते हैं, जिससे आय अर्जित करने की उनकी क्षमता भी बढ़ जाती है। इस मॉडल में पॉलिसी जारी होने से लेकर क्लेम लेने तक की पूरी प्रक्रिया चरणबद्ध एवं व्यवस्थित होने के कारण उपभोक्ताओं को भी ज्यादा लाभ मिलता है।” 

उन्होंने आगे कहा, “साथ ही, ग्राहक किसी भी शंका निवारण के लिए स्थानीय एजेंट पार्टनर से संपर्क भी कर सकते हैं। इस मॉडल की मदद से बीमाकर्ता देश के छोटे से छोटे शहर तक पहुँच सकते हैं, और सभी को बीमा के दायरे में लेकर आ सकते हैं। पीओएसपी मॉडल टेक्नोलॉजी पर आधारित होता है, इसलिए एजेंट पार्टनर्स के पास अत्याधुनिक समाधान होते हैं, जो उपभोक्ताओं द्वारा बीमा खरीदने का अनुभव बहुत आसान बना देते हैं, और उन्हें इस पूरी प्रक्रिया में बहुत सुगम अनुभव प्राप्त होता है।”

इस मॉडल में पारंपरिक एजेंट पार्टनर मॉडल को डिजिटल कौशल प्रदान कर बीमा खरीदने की प्रक्रिया में आने वाली बाधाओं और सुस्ती को दूर किया गया है। आज यह मॉडल देश में मौजूद 19100 पिनकोड्स में से 15,000 पिनकोड्स तक पहुँच चुका है। पीबीपार्टनर्स का लक्ष्य एजेंट पार्टनर्स को प्रशिक्षण, विशेषज्ञता और टेक्नोलॉजी उपलब्ध कराके बीमा का दायरा बढ़ाना और पूरे देश में वित्तीय समावेशन लाना है। पीओएसपी मॉडल बीमा के क्षेत्र में मानव श्रम की पुरानी प्रथा को समाप्त कर उपभोक्ताओं को टेक्नोलॉजी की मदद से आधुनिक बीमा समाधान प्रदान करने पर केंद्रित है।

ध्रुव सरीन ने बताया, “यह मॉडल पीबी पार्टनर्स के #HarFamilyHogiInsured और #InsuranceForAllby2047 के लक्ष्य की ओर ले जा रहा है, ताकि छोटे शहरों में भी हर नागरिक के पास अपने जीवन की सुरक्षा के लिए बीमा हो। पीबीपार्टनर्स के पास उत्तर भारत में 55,000 से ज्यादा एजेंट पार्टनर्स हैं, जो चंडीगढ़ में भी काफी मजबूत नेटवर्क रखते हैं।”

देखने में आया है कि टियर 2 और टियर 3 शहरों में लगभग 70 प्रतिशत ग्राहक किसी एजेंट से बीमा उत्पाद खरीदने से पहले ऑनलाईन जाकर उसकी जानकारी लेते हैं। पीओएसपी मॉडल में एजेंट पार्टनर्स के पास इन ग्राहकों को ऑनलाईन जानकारी लेने और फिर उनसे बीमा खरीदने की प्रक्रिया में सहयोग करने के लिए सभी सुविधाएं होती हैं। वो अपनी भौतिक मौजूदगी के साथ डिजिटल क्षमताएं भी रखते हैं, जिससे उपभोक्ताओं और बीमाकर्ताओं के बीच की दूरी कम होती है। इन एजेंट पार्टनर्स के पास अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी होती है, जिससे उनका विश्वास और प्रतिष्ठा बढ़ते हैं। 

टेक्नोलॉजी में हुई प्रगति ने एजेंट पार्टनर्स के काम को बहुत आसान बना दिया है। पहले उन्हें अलग-अलग स्रोतों से काफी दस्तावेज जुटाने पड़ते थे, जानकारी एकत्रित करनी पड़ती थी। लेकिन पीबी पार्टनर्स के पीओएसपी मॉडल और टेक्नोलॉजी द्वारा यह पूरी प्रक्रिया चरणबद्ध एवं व्यवस्थित हो गई है। अब उन्हें जरूरत की हर जानकारी एक ही जगह पर मिल जाती है। इसका एक उदाहरण पीबीपार्टनर्स द्वारा एक्सक्लुसिव ऑन-डिमांड पेआउट है, जो पारंपरिक पीओएसपी मॉडलों से अलग एजेंट पार्टनर्स को सबसे ज्यादा लचीलापन और स्वायत्ता प्रदान करता है। पीबी पार्टनर्स के एडवाईज़र पारंपरिक फिक्स्ड पे-आउट की जगह अपनी सुविधा के अनुरूप पेआउट का निवेदन कर सकते हैं, और पैसे उनके वॉलेट में पहुँच जाते हैं।

पीबीपार्टनर्स के एक्सपीरियंस सेंटर सैलर पार्टनर्स को प्रशिक्षण एवं सहयोग देने के लिए विकसित किए गए हैं। 31 मार्च, 2023 की तिमाही खत्म होने तक पूरे व्यवसाय में टियर 2 और टियर 3 शहरों का योगदान 70 प्रतिशत था, जिससे इन शहरों में इस मॉडल की सफलता और वृद्धि की संभावनाएं प्रदर्शित होते हैं।

पीबीपार्टनर्स का पीओएसपी मॉडल सहयोगपूर्ण वातावरण पर आधारित है, जिसमें अनुभवी एजेंट पार्टनर नए पार्टनर्स के साथ जानकारी साझा करते हैं, और उनका सहयोग करते हैं। समुदाय पर केंद्रित इस दृष्टिकोण की मदद से बीमा का विस्तार करने और स्थानीय समुदायों में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद मिलती है। 

एआई की मदद से पीबी इंस्पेक्ट जैसी सुविधाओं ने ग्राहकों के लिए क्लेम लेने की प्रक्रिया बहुत आसान बना दी है। उदाहरण के लिए यदि कोई मोटर बीमा पॉलिसीधारक, जिसने पीओएसपी एजेंट पार्टनर से अपनी पॉलिसी ली है, और उसे क्लेम लेने की जरूरत पड़ती है, तो उसे संबंधित ऐप में बीमित वाहन के फोटो/वीडियो अपलोड करने होंगे। वो ये काम स्वयं या फिर पीओएसपी पार्टनर की मदद से कर सकते हैं। इस प्रकार एक चरणबद्ध प्रक्रिया, जिसमें पारंपरिक रूप से या फिर डिजिटल सेटअप में भी पहले हफ्तों लग जाते थे, वह अब किसी भी जगह से मिनटों में पूरी हो जाती है, और पॉलिसीधारकों को कोई भी भ्रम या परेशानी नहीं होती।

पीबीपार्टनर्स अपने संगठन में विस्तृत प्रशिक्षण, आधुनिक टेक्नोलॉजी और समर्पित सपोर्ट सिस्टम की मदद से निरंतर गुणवत्तापूर्ण सेवा सुनिश्चित करता है। एजेंट पार्टनर्स टेक्नोलॉजी की मदद से नए टूल्स एवं संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं, और ग्राहकों के अनुभव में सुधार ला सकते हैं।

इसके अलावा, पीबी पार्टनर्स की पाठशाला ईवेंट्स में प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इसका लॉन्च अप्रैल 2022 में किया गया था, जो टियर 1 और टियर 2 शहरों में 150 से ज्यादा प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन कर चुकी है। ये पाठशाला कार्यक्रम संवादपूर्ण सत्रों के माध्यम से चलाए जाते हैं, जिनमें एजेंट पार्टनर्स को पीबी पार्टनर्स के वरिष्ठ नेतृत्व के साथ बात करने और बहुमूल्य जानकारी प्राप्त करने का मौका मिलता है। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य नए एजेंट पार्टनर्स की नियुक्ति करना, नेटवर्किंग के अवसरों का विकास करना और कंपनी में महत्वपूर्ण प्रगतियों की जानकारी देना है। इन कार्यक्रमों में उत्पाद के विस्तृत प्रशिक्षण से लेकर विभिन्न बीमाकर्ताओं द्वारा नए उत्पादों के लॉन्च तथा अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी और कंपनी के महत्वपूर्ण अपडेट्स तक अनेक विषयों को कवर किया जाता है।

भविष्य की नीतियों और अभियानों में ग्राहकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। पीबीपार्टनर्स के एजेंट पार्टनर ग्राहकों के विचार और सुझाव लेकर उनकी जरूरतों को समझते हैं। उनके फीडबैक की मदद से सुधार किया जाता है और उनकी जरूरतों के अनुरूप नए विकास किए जाते हैं। इन फीडबैक का उद्देश्य ग्राहकों के अनुभव में निरंतर सुधार लाना और अपनी नीतियों एवं पेशकशों को उनकी अपेक्षाओं और पसंद के अनुरूप रखना है।

इससे पहले टियर 2 और टियर 3 शहरों में बीमा सेवाओं की उपलब्धता मेट्रो शहरों के समान नहीं होती है। लेकिन माननीय रैगुलेटर के सहयोग से पीबीपार्टनर्स का उद्देश्य इन क्षेत्रों में भी बीमा का विस्तार करना है। पीबीपार्टनर्स दो मुख्य नीतियों की मदद से बीमा का विस्तार करना चाहता है, जिनमें से पहली है एजेंट पार्टनर्स को विस्तृत प्रशिक्षण देना और दूसरी उन्हें अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी उपलब्ध कराना। 

पीबीपार्टनर्स इन दोनों क्षेत्रों में भारी निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है। पार्टनर्स को सशक्त बनाने से न केवल उनकी आय बढ़ेगी, बल्कि ग्राहकों को भी बेहतर अनुभव प्राप्त हो सकेगा, जिससे भारत में बीमा क्षेत्र में नया परिवर्तन आएगा, और ग्राहकों को बीमा बेचना नहीं पड़ेगा, बल्कि वो स्वयं आकर बीमा खरीदेंगे।

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