Edited By Deepender Thakur,Updated: 13 Jul, 2023 01:24 AM
पहले डिजिटल मनी इस्लामिक कॉइन को 1 सितम्बर 2023 को केंद्रीकृत और विकेंद्रीकृत एक्सचेंजों पर आधिकारिक तरीके से लॉन्च करने की घोषणा कर दी गई है।
पहले डिजिटल मनी इस्लामिक कॉइन को 1 सितम्बर 2023 को केंद्रीकृत और विकेंद्रीकृत एक्सचेंजों पर आधिकारिक तरीके से लॉन्च करने की घोषणा कर दी गई है। घोषणा के बाद, इस मौके का लंबे समय से इंतज़ार कर रहे आम लोगों के साथ-साथ इस्लामिक फाइनेंस सर्कल्स के गलियारों में भी अब ये बात चर्चा का विषय बनती जा रही है। क्योंकि लॉन्चिंग से पहले ही इस्लामिक डिजिटल मनी की लोकप्रियता को देखते हुए इस टीम ने 400 मिलियन डॉलर जैसी बड़ी राशि को जमा कर लिया है। सिर्फ इतना ही नहीं उन्होंने अपनी दूसरी कई प्रभावी योजनाओं और समझौता ज्ञापनों पर से भी पर्दा हटा दिया है, जिन पर इस परियोजना को आगे बढ़ाने के लिये पहले ही हस्ताक्षर किए जा चुके हैं।
मार्च में, क्रिप्टो ने UK के DDCAP ग्रुप के साथ एक अहम डील पर अपनी मुहर लगा दी थी। इस डील को साइन करने से सबसे बड़ा फायदा ये हुआ कि इससे 300 से ज़्यादा वैश्विक इस्लामिक बैंकों के साथ मिलकर, आम लोगों के फ़ायदे की कई बुनियादी परियोजनाओं को लागू करने के दरवाज़े खुल गए। DDCAP, जिसको इस्लामी वित्तीय बाजार में स्थायी मध्यस्थ सेवाओं और प्रणालियों में 20 वर्षों से अधिक की विशेषज्ञता हासिल है, की ये नई योजना चमत्कारी साबित हो सकती है। क्योंकि अब DDCAP, इस टीम के साथ मिलकर कुछ ऐसे ख़ास और अनूठे आईडियाज़ और उनके बेजोड़ परिणामों के साथ सामने आने वाला है जो इस डिजिटल युग में जाने के लिए बिल्कुल सटीक साबित होंगे।
इसके साथ ही इस्लामिक कॉइन ने दुनिया के सबसे बड़े होम एक्सचेंज प्लेटफॉर्म हॉलीडे स्वैप के साथ अपने विशेष एकीकरण की घोषणा भी कर दी है। यहां हम आपको ये भी बता दें दुनिया भर में हॉलीडे स्वैप को इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या एक मिलियन से ज़्यादा है। हक़... यानी जिस ब्लॉक चेन पर इस्लामिक कॉइन को बनाया गया है, अब वो Web3 का विशेष साझेदार बन जाएगा। इस साझेदारी से हॉलिडे स्वैप अपने लॉयल्टी टोकन प्रणाली और इससे जुड़े दूसरे कार्यों को Web3 से जोड़ पाएगा। इस साझेदारी के बाद दोनों प्लेटफार्मों को इस्तेमाल करने वाले लोग नैतिकता पर आधारित, उद्योग ग्रेड डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ग्राहकों को अधिक सेवाएं प्रदान करने में सक्षम हो जायेंगे।
दुनिया के सबसे बड़े विकेंद्रीकृत एक्सचेंजों में से एक Sushi को इस्लामिक कॉइन जून में ही अपना साझेदार बना चुका है। इसलिए लॉन्च के बाद, इस्लामिक कॉइन का वैश्विक समुदाय कई तरह के लाभों का फायदा उठा पाएगा, जिसमें कैश पैसे बनाने के लिए ग्राहकों को ज़्यादा सामर्थ्यवान बनाना और विकेंद्रीकृत एक्सचेंजों को अपनी संपत्ति उधार पर देकर यानी लिक्विडिटी माइनिंग फेज़ के दौरान ज़्यादा से ज़्यादा टोकन हासिल करना शामिल होगा।
“इस्लामिक कॉइन को भविष्य में आगे ले जाना... ये हमारे लिए सम्मान और सौभाग्य की बात है। ये एक बेहद ख़ास मौका है जिसका हम सभी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, और मैं जल्द ही इस मामले में कई दूसरी जल्द ही उत्साहवर्धक जानकारियों के साथ आपका सामने आऊंगा।” इस्लामिक कॉइन के संस्थापक मोहम्मद अलकाफ अलहाशमी ने इस बारे में टिप्पणी करते हुए कहा।
शुरुआत से ही, इस्लामिक कॉइन और हक़ ब्लॉकचेन की विश्व स्तर पर मान्यता और प्रशंसा उल्लेखनीय रही है। निजी निवेशकों और हाइ-नेट-वर्थ वाले व्यक्तियों से प्राप्त $400 मिलियन जितनी विशाल दौलत के साथ, हक़-इस्लामिक कॉइन की टीम ने अंतरार्ष्ट्रीय स्तर पर कई प्रतिष्ठित पुरस्कार भी अपने नाम कर लिए हैं।
इन पुरस्कारों में अत्यधिक सम्मानित मोस्ट प्रॉमिसिंग ESG क्रिप्टो तो है ही। लेकिन इसके साथ ही द मिडिल ईस्ट ब्लॉकचेन अवार्ड्स समारोह में संयुक्त अरब अमीरात के सहिष्णुता मंत्री महामहिम शेख नाहयान मबारक अल नाहयान द्वारा दिया गया माननीय गोल्डन एक्सीलेंस अवार्ड भी शामिल है। पर अब इस टीम की उपलब्धियाँ सिर्फ पुरस्कारों तक ही सीमित नहीं रह गयी हैं। क्योंकि इन्होंने इससे भी आगे जाकर संयुक्त राष्ट्र के COP27 में अंतरराष्ट्रीय दिग्गजों के सामने भी अपनी प्रगतिशील सोच को पेश किया है। जिसमें उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के जलवायु एजेंडे का समर्थन करने और अलग-अलग वैश्विक पहल में सक्रिय रूप से योगदान देने की अपनी सोच को गहराई से दिखाया था।
सलाहकार बोर्ड में अबू धाबी और दुबई के राजसी परिवारों के सदस्य शामिल हैं, जिनमें संयुक्त अरब अमीरात के संस्थापक शेख डॉ. हज्जा बिन सुल्तान बिन जायद अल नाहयान के पोते, संयुक्त अरब अमीरात के नौसेना प्रमुख शेख सईद बिन हमदान बिन मोहम्मद अल नाहयान (निजी क्षमता में सलाह देने वाले), शेख खलीफा शामिल हैं। बिन मोहम्मद बिन खालिद अल नाहयान, शेख मोहम्मद बिन खलीफा बिन मोहम्मद बिन खालिद अल नाहयान, महामहिम शेख जुमा बिन मकतूम अल मकतूम और महामहिम शेखा मरियम सुहैल ओबैद सुहैल अल मकतूम के नाम भी इस बोर्ड के सदस्यों में हैं।
इन लोगों के अलावा कार्यकारी टीम को कहना है कि उसके साथ पारंपरिक और इस्लामी वित्त समुदाय के भी कई शीर्ष नाम जुड़े हुए हैं। इस्लामिक कॉइन के कार्यकारी बोर्ड में EMAAR के हुसैन अल मीज़ा (जो इसके सह-संस्थापक भी हैं) शामिल हैं, हुसैन अल मीज़ा एक पुरुस्कृत बैंकर हैं, जिनके पास इस्लामिक बैंकिंग, वित्त और बीमा क्षेत्रों में 45 वर्षों से अधिक का अनुभव है। इसके साथ ही वो दुबई इस्लामिक बैंक जिसे दुनिया का पहला पूर्ण विकसित इस्लामिक बैंक माना जाता है, की स्थापना में शामिल प्रमुख लोगों में से भी एक हैं।
कार्यकारी बोर्ड में वित्त विभाग के पूर्व सहायक निदेशक और संयुक्त अरब अमीरात के सेंट्रल बैंक के आंतरिक लेखा परीक्षा विभाग के सहायक निदेशक खामिस बुहारून अल शम्सी भी शामिल हैं। ग्रेग गिग्लियोटी... CEO, मुख्य निवेश अधिकारी और Extelus Advisors के फाउंडिंग पार्टनर भी हाल ही में इस पहल में शामिल हुए हैं। गिग्लियोटी... Goldman Sachs और अन्य वैश्विक संस्थानों में काम करने का अनुभव तो रखते ही हैं लेकिन इन सबके साथ वो एक सम्मानित फंड मैनेजर भी हैं, जिनके पोर्टफोलियो में अपने करियर के दौरान 16 बिलियन डॉलर से अधिक के प्रबंधन का श्रेय है।