Edited By ,Updated: 04 Dec, 2015 10:21 AM
![hinduism 33 million gods](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2015_12image_10_21_0758252351417154053-4938-ll.jpg)
प्राचीन काल से सनातन धर्म में 33 करोड़ देवी-देवताओं का पूजन करने का विधान है। हिंदू धर्म का अनुसरण करने वाले अपने-अपने मतानुसार उनका पूजन करते हैं।
प्राचीन काल से सनातन धर्म में 33 करोड़ देवी-देवताओं का पूजन करने का विधान है। हिंदू धर्म का अनुसरण करने वाले अपने-अपने मतानुसार उनका पूजन करते हैं।
क्या सच में हिंदू धर्म में 33 करोड़ देवी-देवता हैं। इस संदर्भ में संस्कृत में कोटि वचन के दो अर्थ माने जाते हैं। एक मतलब है प्रकार और द्वितिय मतलब है करोड़। देवी-देवताओं के निर्देश में भी कोटि शब्द का प्रथम अर्थ प्रकार ही काम में लिया गया है।
इस प्रकार है हिंदू धर्म के 33 देवी-देवताओं की गणना-
देवताओं की 33 श्रेणियों में आठ वसु, ग्यारह रुद्र, बारह आदित्य, इंद्र और प्रजापति जोड़े गए हैं।
12 आदित्य - अंशुमान, अर्यमन, इंद्र, त्वष्टा, धातु, पर्जन्य, पूषा, भग, मित्र, वरुण, वैवस्वत और विष्णु
8 वसु - आप, ध्रुव, सोम, धर, अनिल, अनल, प्रत्यूष, प्रभाष
11 रूद्र - मनु, मन्यु, शिव, महत, ऋतुध्वज, महिनस, उम्रतेरस, काल, वामदेव, भव और धृत-ध्वज हैं।
2 अश्विनी - अश्विनी तथा कुमार (कुछ विद्वान इंद्र तथा प्रजापति की जगह पर अश्विनी कुमारों को मानते हैं।
इस प्रकार सब मिलाकर 12 आदित्य + 8 वसु + 11 रूद्र + 2 अश्विनी कुमारों का कुल जोड़कर 33 कोटी देवता माने जाते हैं।