Updated: 27 Aug, 2024 03:17 PM
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (डीजेजेएस) ने दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के मार्गदर्शन में 26 अगस्त, 2024 को 29वें श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का सफलतापूर्वक समापन किया।
नई दिल्ली। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (डीजेजेएस) ने दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के मार्गदर्शन में 26 अगस्त, 2024 को डीडीए ग्राउंड, सेक्टर 10, द्वारका, नई दिल्ली में अपने 29वें श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का सफलतापूर्वक समापन किया। यह कार्यक्रम टेक्नोलॉजी और संस्कृति का अद्भुत संगम था। यह श्री कृष्ण की शिक्षाओं के वैज्ञानिक और व्यावहारिक पहलुओं को समाज तक पहुंचाने में कारगर सिद्ध हुआ। दूसरे दिन, उपस्थित लोगों ने गुरु वंदना, श्री कृष्ण का विराट स्वरूप दर्शन, मथुरा में श्री कृष्ण की लीलाएँ और श्री कृष्ण के जन्मदिन का आनंदमयी उत्सव जैसे कई मंचन देखे। जो लोग व्यक्तिगत रूप से शामिल नहीं हो सके, उनके लिए इस कार्यक्रम को डीजेजेएस के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर लाइव स्ट्रीम किया गया, जिससे वैश्विक दर्शक वर्चुअल रूप से जुड़ सके।
मुख्य अतिथियों ने मटकी फोड़ी, डीजेजेएस के प्रयासों की सराहना की
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण मटकी फोड़ गतिविधि थी, जिसमें समाज में व्याप्त सामाजिक बुराइयों पर निशाना साधा गया। इस अवसर पर गजेंद्र सिंह शेखावत (केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री, भारत सरकार, सांसद (लोकसभा) जोधपुर), अन्नपूर्णा देवी (2024 से महिला और बाल विकास मंत्री, कोडरमा से लोकसभा सांसद), मनोज तिवारी (उत्तर पूर्वी दिल्ली से संसद सदस्य), अरुण सिंह (भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव, संसद सदस्य, राज्यसभा), और स्टार आकर्षण, मनु भाकर (डबल ओलंपिक पदक विजेता) की सम्मानित उपस्थिति रही। हज़ारों युवाओं का प्रतिनिधित्व करने वाली मनु भाकर जी के साथ सरकार के इन प्रतिनिधियों ने यह मटकी फोड़ गतिविधि की। मनु भाकर ने गुलेल के माध्यम से अपनी शूटिंग कौशल का प्रदर्शन किया और सामाजिक बुराइयों की मटकियों को फोड़ दिया। गजेंद्र सिंह शेखावत (केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री) और अन्नपूर्णा (महिला एवं बाल विकास मंत्री) ने महिला असुरक्षा व सांस्कृतिक हनन की मटकियाँ फोड़ी। अन्य विशिष्ट अतिथियों ने भी मंच पर इस मटकी फोड़ लीला गतिविधि में भाग लिया। इसके बाद एक डिजिटल प्रस्तुति हुई, जिसमें दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान और इसके सामाजिक प्रकल्पों को दर्शाया गया, जो समाज के विभिन्न क्षेत्रों में ज़मीनी स्तर पर काम कर रहे हैं और समाज में शानदार बदलाव ला रहे हैं। इसका समापन हज़ारों भक्तों द्वारा एक श्रेष्ठ भारत के निर्माण के लिए सामूहिक शपथ के साथ हुआ। झंडों और हाई बीट म्यूज़िक के बीच सभी ने प्रतिज्ञा की – “हम संकल्प लेते हैं कि हम भगवान श्री कृष्ण और भगवान राम के आदर्शों के अनुरूप एक श्रेष्ठ भारत का निर्माण करेंगे।” पूरा सेट अप ऊर्जा से स्पंदित था। मनोज तिवारी ने श्री कृष्ण की महिमा में भजन गाया तथा दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के मार्गदर्शन में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा किए गए कार्यों की भूरि भूरि सराहना की।
इन सभी गणमान्य अतिथियों ने प्रदर्शनी क्षेत्र का भी दौरा किया, जहाँ विशाल डिजिटाइज्ड 3D गोवर्धन मॉडल स्थापित था। सभी ने उत्साहपूर्वक अपनी लाठियां गोवर्धन के नीचे लगाईं तथा वहां उपस्थित कृष्ण भक्तों के साथ पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया। दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी के मार्गदर्शन में डीजेजेएस के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए, भाकर ने कहा - ‘आज दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी के इस पावन मंच पर मुझे बुलाकर मेरा मान बढ़ाया है। जब अर्जुन जैसे योद्धाओं को कृष्ण की जरूरत पड़ती है, तो हम तो साधारण इंसान हैं। हमें भी जरूरत है, कृष्ण जैसी दिव्य सत्ता के साथ की। मेरी सबसे फेवरेट लाइन गीता से यही है कि पूरी निष्ठा से अपना कर्म कीजिए। फल की चिंता मत कीजिए। ईश्वर से जुड़कर किए गए सच्चे प्रयास की जीत होनी निश्चित है।‘
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने अपना अनुभव सांझा करते हुए कहा – ‘दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान का श्री कृष्ण जन्माष्टमी कार्यक्रम अद्भुत नही बल्कि मैं कहूंगा अकल्पनीय है! दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी भारत की शुचिता और पवित्रता को बनाए रखने में जो अतुलनीय कार्य कर रहे हैं, उसकी बार-बार प्रशंसा करता हूं।‘
श्रीमति अन्नपूर्णा देवी ने कहा– ‘दिव्य गुरु श्री आशुतोष महाराज जी ने इतना बड़ा संगठन खड़ा किया है। और आज आप हज़ारों हज़ारों भक्त यहां एकत्रित हैं, श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर। इस सबके लिए बार बार अभिनंदन।‘
डीजेजेएस द्वारा आकर्षक झाकियाँ
कार्यक्रम का एक अन्य आकर्षण झांकियों के लिए समर्पित 350 फीट का क्षेत्र था। इन झांकियों में भगवान कृष्ण के जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों को दर्शाते हुए आकर्षक और विशद प्रदर्शन किए गए। आगंतुकों को दिव्य लीलाओं के साथ सक्रिय रूप से जुड़ने का भी अवसर मिला। उनमें से एक ने यह भी कहा, ‘ऐसा लग रहा है मानो मैं गोकुल-वृंदावन में ही पहुंच गया हूं’। डीजेजेएस सुरक्षा अधिकारी के अनुसार, इस कार्यक्रम का प्रबंधन 1500 से अधिक डीजेजेएस स्वयंसेवकों द्वारा किया गया था, जिनमें पूर्व सैनिक और सुरक्षा कर्मचारी शामिल थे।
चालीस हज़ार से अधिक लोग एकत्रित हुए
डीजेजेएस प्रवक्ता और श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी तपेश्वरी भारती ने मीडिया को दिए अपने वक्तव्य में खुलासा किया कि राजनीतिक हस्तियों, भारतीय ओलंपिक खिलाड़ियों, कृष्ण भक्तों, तथा मेडिकल, कानून और शैक्षणिक क्षेत्रों के लोगों सहित 45,000 से अधिक व्यक्तियों ने इस भव्य कार्यक्रम में भाग लिया। कोलकाता केस और भारतीय सीमाओं पर नरसंहार जैसी घटनाओं ने हमें अपने 29वें जन्माष्टमी कार्यक्रम को इस प्रारूप में रखने के लिए उद्यत किया। इसलिए इस कार्यक्रम की थीम रखी गई थी- ‘दर्शन इतिहास का, परिवर्तन आज का’ ताकि भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं और भगवदगीता के माध्यम से ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दों से निपटने के लिए कारगर समाधान जानें जा सकें।