महीना चुनें
वेल्थ एंड बिजनेस
तुला राशि के जातकों के लिए अगस्त महीने में कारोबार और नौकरी के लिहाज से खुशियां ही खुशियां आने वाली हैं। इसका कारण यह है कि सूर्य महीने की शुरुआत में दशम भाव से गोचर कर रहे हैं और यहां सूर्य दिग्बली हो जाते हैं। यहां सूर्य की उपस्थिति आपको कार्य स्थल पर एनर्जी देगी और आप अपने तमाम काम जल्द से जल्द निपटाएंगे। कारोबारी लोगों के लिए भी यही स्थिति रहेगी और इस महीने के पहले हाल्फ में उनके काम लंबे नहीं लटकेंगे। 16 अगस्त को सूर्य के ग्यारहवें भाव में अपनी राशि में गोचर के साथ ही आय में वृद्धि का काम करेंगे। इसी भाव में भाग्य स्थान के स्वामी बुध और धन भाव के स्वामी मंगल भी सूर्य एक साथ रहेंगे और यह तीरगढ़ी योग 16 से 25 अगस्त तक चलेगा। आय के लिहाज से पूरा महीना ही काफी अच्छा रहेगा।
रिलेशनशिप
तुला राशि के जातकों के लिए सिर्फ आय के लिहाज से ही अगस्त का महीना अच्छा नहीं रहने वाला बल्कि रिलेशनशिप के मामले में भी अगस्त का महीना काफी अच्छा रहेगा। इसका कारण यह है कि सप्तम भाव का स्वामी मंगल अपनी नीच राशि कर्क से निकल कर सिंह राशि में गोचर करना शुरू कर चुका है और इस से सप्तम की स्थिति में सुधार हुआ है क्योंकि इस से पहले न सिर्फ सप्तम का स्वामी नीच राशि में था बल्कि शनि के सीधे प्रभाव में भी था। तुला राशि के लिए मंगल ही फैमिली वाले भाव का भी स्वामी बनता है तो मंगल की स्थिति सुधरने से फैमिली लाइफ सुधरेगी। जहां तक सिंगल्स का सवाल है तो सिंगल्स को इस महीने आने वाले संबंधों को लेकर थोड़ा सजग रहना होगा। खासतौर पर 16 अगस्त के बाद जब सूर्य सीधा ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे। मंगल पहले से यहां गोचर कर रहे हैं और मंगल और सूर्य की पंचम भाव पर सीधी दृष्टि आपसी संबंधों को खराब करने वाली हो सकती है क्योंकि पंचम भाव प्रेम का भाव होता है तो इस महीने सिंगल्स थोड़ा संभल कर चलें।
स्वास्थ्य
तुला राशि के जातकों के लिए शनि की चौथी ढैया चल रही है और शनि की तीसरी दृष्टि लगातार छठे स्थान पर बनी हुई है। स्वास्थ्य को लेकर सावधानी के साथ ही चलना पड़ेगा। ख़ासतौर पर ह्रदय अथवा बी पी के रोगी अपनी दवाई को लेकर लापरवाही न बरतें। हालांकि छठे भाव के स्वामी गुरु की स्थिति में सुधार होने से पुरानी बीमारी में अब दवा काम करना शुरू कर देगी। 2 और 3 अगस्त के दौरान आपको डाइविंग सावधानी के साथ करनी पड़ेगी क्योंकि इस दौरान आपको चोट लगने का भय है। केतु की दूसरे भाव में उपस्थिति के चलते मुंह अथवा दांत से संबंधित छोटी-मोटी समस्या परेशान कर सकती है। जबकि 12 और 13 अगस्त को खानपीन को लेकर ख़ास ध्यान रखें क्योंकि इन दो दिनों में आपको पाचन संबंधी समस्या आ सकती है।