Edited By Prachi Sharma,Updated: 16 Apr, 2024 06:17 AM
चैत्र शुक्ल तिथि अष्टमी (दोपहर 1.25 तक) तथा तदोपरांत तिथि नवमी । विक्रमी सम्वत् : 2081, वैशाख प्रविष्टे 4, राष्ट्रीय शक सम्वत् : 1946, दिनांक
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चैत्र शुक्ल तिथि अष्टमी (दोपहर 1.25 तक) तथा तदोपरांत तिथि नवमी ।
विक्रमी सम्वत् : 2081, वैशाख प्रविष्टे 4, राष्ट्रीय शक सम्वत् : 1946, दिनांक : 27 (चैत्र), हिजरी साल 1445, महीना शव्वाल, तारीख 6, सूर्योदय : प्रात: 6.02 बजे, सूर्यास्त : सायं 6.53 बजे (जालंधर टाइम), नक्षत्र : पुष्य (16 अप्रैल दिन-रात तथा 17 को प्रात: 5.16 तक) तथा तदोपरांत नक्षत्र आश्लेषा, योग : धृति (रात 11.16 तक) तथा तदोपरांत योग शूल, चंद्रमा : कर्क राशि पर (पूरा दिन-रात), 17 अप्रैल प्रात: 5.16 के उपरांत जन्मे बच्चे को आश्लेषा नक्षत्र की पूजा लगेगी। दिशा शूल : उत्तर एवं वायव्य दिशा के लिए, राहूकाल: बाद दोपहर तीन से साढ़े चार बजे तक। पर्व, दिवस तथा त्यौहार : श्री दुर्गाष्टमी, मेला कांगड़ा देवी, मेला नयना देवी (हिमाचल), मेला मनसा देवी (पंचकूला), मेला हरचोवाल (गुरदासपुर, पंजाब), मेला बाहूफोर्ट (जम्मू), अन्नपूर्णा पूजन।
सूर्योदय समय ग्रहों की स्थिति:-
सूर्य मेष में
चन्द्रमा कर्क में
मंगल कुंभ में
बुध मीन में
गुरु मेष में
शुक्र मीन में
शनि कुंभ में
राहू मीन में
केतु कन्या में