अशुभ होता ये योग, मगर इसमें जन्मे बच्चे कहलाते हैं भाग्यवान!

Edited By Jyoti,Updated: 01 May, 2021 05:39 PM

about vishkumbh yoga in hindi

ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि कुल 27 प्रकार के योग होते हैं, जो तब निर्मित होते हैं जब सूर्य और चंद्रमा के बीच दूरी बढ़ती है। इन दोनों के बीच की दूरी की विशेष स्थिति ही 27

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ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि कुल 27 प्रकार के योग होते हैं, जो तब निर्मित होते हैं जब सूर्य और चंद्रमा के बीच दूरी बढ़ती है। इन दोनों के बीच की दूरी की विशेष स्थिति ही 27 तरह विभिन्न प्रकार के योग निर्मित करती है। मान्यताओं के अनुसार इनमें से कुछ योग शुभ होते हैं तथा कुछ अशुभ। उदाहरण के तौर पर बताएं चुभ योग में किया गया कार्य शुभ व फलदायी माने जाते हैं जबकि अशुभ योग में किए गए तमाम तरह के कार्य अशुभ प्रभाव देते हैं। परंतु कई बार ऐसा भी होती हैै कि अशुभ योग में जन्म लेने के बावजूद भी कुछ बच्चे रूपवान और भाग्यवान होते हैं। तो आइए जानते हैं ऐसे कौन से योग होते हैं, मगर इससे पहले जानें ज्योतिष शास्त्र में बताए कुल 27 योग के नाम-

ज्योतिष में वर्णित 27 योग
विष्कुम्भ
प्रीति
आयुष्मान
सौभाग्य
शोभन
अतिगण्ड
सुकर्मा
धृति
शूल
गण्ड
वृद्धि
ध्रुव
व्याघात
हर्षण
वज्र
सिद्धि
व्यतिपात
वरीयान
परिध
शिव
सिद्ध
साध्य
शुभ
शुक्ल
ब्रह्म
इन्द्र
वैधृति

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विष्कुम्भ एक ऐसा योग माना जाता है कि, जो अशुभ होता है। इस योग के दौरान जातक को किसी भी शुभ कार्य को न करने की हिदायत दी जाती है। विष के समान खतरनाक होने के कारण ही विष्कुम्भ नाम दिया गया है। इस योग में किया कोई भी कार्य सफल नहीं होता है।

परंतु ज्योतिष ये भी बताते हैं कि अशुभ योग होने के कारण भी इस योग में जन्म लेने वाले व्यक्ति को भाग्यवान माना जाता है। बल्कि कहा जाता है जो बच्चे इस योग में जन्म लेता है वो अपने जीवन में हर प्रकार के सांसारिक सुख भोगता है। इसके अलावा इस योग मे पैैदा होने वाले जातक अति रूपवान भी होते हैं। तथा भाग्यशाली होने के साथ-साथ ये विभिन्न अलंकारों आदि से सुसज्जित भी होते है।

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