Edited By Niyati Bhandari,Updated: 09 Jul, 2023 09:01 AM
अब्राहम लिंकन अमेरिका के राष्ट्रपति थे, उसी दौरान वहां एक व्यक्ति आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा था। जेल में 10 साल शांति से बिताने
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Abraham Lincoln story: अब्राहम लिंकन अमेरिका के राष्ट्रपति थे, उसी दौरान वहां एक व्यक्ति आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा था। जेल में 10 साल शांति से बिताने के बाद उसने भविष्य में एक अच्छे नागरिक का जीवन बिताने के उद्देश्य से राष्ट्रपति को शेष सजा माफ किए जाने का प्रार्थना पत्र भेजा। नियमानुसार उस समय प्रार्थना पत्र के साथ किसी विशिष्ट व्यक्ति या कैदी के किसी जिम्मेदार संबंधी की सिफारिश का पत्र नत्थी किया जाना आवश्यक था। उसके साथ न होने पर कैदी की माफी की अपील पर विचार नहीं किया जाता था।
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उस व्यक्ति ने अपने प्रार्थना पत्र में अपनी योग्यता, प्रतिभा व कार्य का विवरण भी भेजा था। उसे पढ़कर लिंकन बेहद प्रभावित हुए।
यह देखकर उनके कानूनी सलाहकार ने कहा, ‘‘सर, इस सजा प्राप्त कैदी के प्रार्थना पत्र के साथ किसी विशिष्ट व्यक्ति या संबंधी की सिफारिश का पत्र संलग्न नहीं है अत: इस कैदी की सजा माफ करने पर विचार नहीं किया जा सकता।’’
लिंकन ने उस कैदी के बारे में पता लगाया तो पता चला कि वह कैदी वास्तव में सुधर गया था।
यह जानकर लिंकन ने अपने कानूनी सलाहकार से कहा, ‘‘उस कैदी का कोई सिफारिश नहीं है, लेकिन वह व्यक्ति वाकई इस काबिल है कि उसकी शेष सजा माफ कर उसे सामान्य जीवन बिताने का मौका दिया जाए इसलिए मैं खुद उस व्यक्ति की सिफारिश का पत्र लिखता हूं।’’
यह कहकर उन्होंने उस कैदी का प्रार्थना पत्र स्वीकार कर लिया। कानूनी सलाहकार राष्ट्रपति के इस न्यायपूर्ण रवैये को देखकर उनके प्रति नतमस्तक हो उठा। उस कैदी को जब इस बात का पता चला तो वह भी लिंकन के प्रति श्रद्धा से भर उठा।