Edited By Niyati Bhandari,Updated: 05 Aug, 2022 08:17 AM
आजादी के अमृत महोत्सव में पतंजलि योगपीठ के महामंत्री और पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण महाराज का 50वां जन्मदिवस ‘स्वर्ण जयंती महोत्सव’ व ‘जड़ी-बूटी दिवस’ के रूप से मनाया गया।
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हरिद्वार (स.ह.) : आजादी के अमृत महोत्सव में पतंजलि योगपीठ के महामंत्री और पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण महाराज का 50वां जन्मदिवस ‘स्वर्ण जयंती महोत्सव’ व ‘जड़ी-बूटी दिवस’ के रूप से मनाया गया। आजादी के 75वें वर्ष के अवसर पर पूज्य आचार्य बालकृष्ण जी महाराज द्वारा रचित 75 ग्रंथों को लोकार्पित किया गया। साथ ही विविध रोगों के उपचार हेतु 51 नई औषधियों का भी लोकार्पण किया गया।
इस अवसर पर उत्तराखंड के महामहिम राज्यपाल लै.जन. गुरमीत सिंह ने आचार्य को 50वें जन्मदिवस की शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि ये जड़ी-बूटियां बोल नहीं सकतीं किन्तु आज आचार्य ने इनका नामकरण किया है। 51 वाल्यूम के रूप में आज ये जड़ी-बूटियां भी आशीर्वाद दे रही हैं।
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कार्यक्रम में पूज्य स्वामी रामदेव महाराज ने कहा कि भारतीय ज्ञान के क्षेत्र में, आयुर्वेद परम्परा में, आयुर्वेद के अवतरण के विषय में आचार्य बालकृष्ण ने इतिहास लिखा ही नहीं अपितु इतिहास गढ़ा भी है।
पूज्य स्वामी जी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव पर 75वें स्वाधीनता पर्व पर 75 ग्रंथों की सौगात पतंजलि की ओर से मिल रही है। उन्होंने कहा कि आज तीन बड़े कार्य एक साथ हो रहे हैं। पहला-भारतीय ज्ञान परम्परा में नया अवदान। दूसरा-आयुर्वेद में कई रोगों का उल्लेख नहीं था। वक्त के साथ रोग बढ़ते जा रहे थे। उनके उपचार के लिए 51 नई औषधियों का निर्माण कर चिकित्सा के क्षेत्र में बड़ा कार्य पतंजलि के माध्यम से आज हो रहा है।
जूना पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद महाराज ने आचार्य के अवतरण दिवस पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह अद्भुत संयोग है कि आजादी के अमृत महोत्सव में पूरे देश में अनेक आयोजनों की शृंखला में पतंजलि नए कीर्तिमान गढ़ रहा है।