Edited By ,Updated: 06 Dec, 2016 09:36 AM
विश्व में भगवान गणेश के कई मंदिर हैं। प्रत्येक मंदिर में श्रीगणेश गज मुख में विराजमान हैं। लेकिन तमिलनाडु में श्रीगणेश का एक ऐसा मंदिर है, जहां गणपति जी नर मुख
विश्व में भगवान गणेश के कई मंदिर हैं। प्रत्येक मंदिर में श्रीगणेश गज मुख में विराजमान हैं। लेकिन तमिलनाडु में श्रीगणेश का एक ऐसा मंदिर है, जहां गणपति जी नर मुख में विराजमान हैं। माना जाता है कि ये दुनिया का एकमात्र मंदिर है, जहां गणपति जी नर मुख में विराजमान हैं।
तमिलनाडु के कूटनूर से लगभग 2 कि.मी. की दूरी पर तिलतर्पणपुरी नामक एक स्थान पर भगवान गणेश का आदि विनायक मंदिर है, जहां वे इंसान के चेहरे में विराजित हैं। तिलतर्पणपुरी दो शब्दों के मेल से बना है तिलतर्पण अौर पुरी। तिलतर्पण का अर्थ है पूर्वजों को समर्पित अौर पूरी का अर्थ है शहर, अर्थात पूर्वजों को समर्पित शहर।
यहां मनुष्य मुखी श्रीगणेश होने के साथ-साथ पूर्वजों की शांति के लिए भी पूजा करने का महत्व है। कहा जाता है कि इस स्थान पर भगवान श्रीराम ने अपने पूर्वजों की शांति के लिए पूजा की थी। इसी परंपरा के अनुसार कई भक्त आज भी अपने पूर्वजों की शांति के लिए यहां पूजा करते हैं।
कूटनूर में सरस्वती मंदिर है। जिसे कवि ओट्टकुठार ने बनवाया था। यहां आने वाले भक्त सरस्वती मंदिर के दर्शन किए बिना नहीं जाते हैं। मंदिर परिसर में भगवान शिव का भी मंदिर बना है। इस मंदिर से बाहर निकलते ही श्रीगणेश का नरमुखी मंदिर स्थित है।