Edited By Niyati Bhandari,Updated: 15 Oct, 2024 01:35 AM
Ahoi Ashtami 2024: हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाता है। अहोई अष्टमी व्रत का दिन करवा चौथ के चार दिन बाद और दीवाली पूजा से आठ दिन पहले पड़ता है।
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Ahoi Ashtami 2024: हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को अहोई अष्टमी का व्रत रखा जाता है। अहोई अष्टमी व्रत का दिन करवा चौथ के चार दिन बाद और दीवाली पूजा से आठ दिन पहले पड़ता है। अहोई अष्टमी का दिन अहोई आठें के नाम से भी जाना जाता है। यह व्रत बहुत ही कठिन और महत्वपूर्ण होता है। इस दिन माताएं अपनी संतान की लंबी आयु के लिए और तरक्की के लिए यह व्रत रखती हैं। तारों को देखकर अर्घ देने के बाद ही व्रत खोलती हैं। तो आइए जानते हैं कि अहोई अष्टमी तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में-
Ahoi Ashtami 2024 Date and Muhurat अहोई अष्टमी 2024 तिथि और मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का आरंभ 24 अक्टूबर को रात 1 बजकर 18 मिनट पर होगा। अष्टमी तिथि का समापन 25 अक्टूबर को रात 1 बजकर 58 मिनट पर होगा। अहोई अष्टमी का व्रत 24 अक्टूबर 2024 को रखा जाएगा। अहोई अष्टमी पूजा मुहूर्त 24 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 42 मिनट से शाम 6 बजकर 59 मिनट तक रहेगा।
Ahoi Ashtami Puja Vidhi अहोई अष्टमी पूजा विधि
अहोई अष्टमी का व्रत कर रही माताएं सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें।
फिर दीवार पर अहोई माता की तस्वीर बनाएं।
उसके बाद धूप, दीप और फूल माला चढ़ाने के बाद अक्षत रोली और दूध अर्पित करें।
अब अहोई माता को मिठाई का भोग लगाएं।
फिर अहोई माता की व्रत कथा पढ़ें और आरती करें।
अंत में शाम को तारों को देखकर अर्घ दें और व्रत का पारण करें।
बहुत सारे स्थानों पर करवाचौथ की भांति इस व्रत में भी तारों की छांव में सरगी खाई जाती है और सासू मां को बायना भी दिया जाता है।