Edited By Niyati Bhandari,Updated: 12 Jun, 2023 11:26 AM
भारत मंदिरों का देश है। यहां बहुत से ऐसी मंदिर हैं, जिनका रहस्य आज तक कोई समझ नहीं पाया है। आज बताएंगे एक ऐसा मंदिर जिसके बारे में सुनकर शायद आपका
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Airavatesvara Mandir: भारत मंदिरों का देश है। यहां बहुत से ऐसी मंदिर हैं, जिनका रहस्य आज तक कोई समझ नहीं पाया है। आज बताएंगे एक ऐसा मंदिर जिसके बारे में सुनकर शायद आपका भी मन वहां जाने को करें। दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु में स्थित ऐरावतेश्वर मंदिर जो वास्तुकला के साथ-साथ बहुत से रहस्य समेटे बैठा है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यहां की सीढ़ियों से संगीत के गूंजने की आवाज आती है। कहा जाता है कि यह मंदिर 12वीं सदी में चोल राजाओं ने बनवाया था। यूनेस्को की ओर से इस मंदिर को वैश्विक धरोहर स्थल भी घोषित किया जा चुका है।
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Story related to temple मंदिर से जुड़ी कथा: कथाओं के अनुसार देवताओं के राजा इंद्र देव के सफेद हाथी ऐरावत ने भोलेनाथ की पूजा की थी। इसी वजह से इस मंदिर का नाम ऐरावतेश्वर मंदिर पड़ा।
इसके अलावा इस मंदिर से जुड़ी एक और कथा है। कहा जाता है कि मृत्यु के राजा यम ने भी यहां शिव जी की पूजा की थी। यम जो एक ऋषि के श्राप के तहत पूरे शरीर में जलन से पीड़ित थे, उन्हें पीठासीन देवता ऐरावतेश्वर ने ठीक किया था। यम ने पवित्र सरोवर में स्नान किया और जलन से छुटकारा पाया। तब से इस स्थान को यमतीर्थम के नाम से जाना जाता है।
Temple carvings मंदिर की नक्काशी: ऐरावतेश्वर मंदिर का नजारा बहुत ही सुन्दर है। जो कोई भी इसे एक बार देख लेता है, बार-बार उसका मन यहां आने के लिए करता है। ऐरावतेश्वर मंदिर की नक्काशी दर्शनार्थियों के मन को मोह लेती है। खासतौर पर यहां की सीढ़ियां। किवदंतियों के अनुसार इन सीढ़ियों को इस तरह बनाया गया है कि जरा सा भी तेज पैर रखने से यहां संगीत की अलग-अलग ध्वनि सुनाई देती है। इसी के साथ यहां पर सात आकाशीय देवियों की भी आकृतियां बनी हुई हैं।