Edited By Niyati Bhandari,Updated: 18 Dec, 2024 06:50 AM
Akhurath Sankashti Chaturthi upay 2024: गणेश जी हिन्दू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं, जिन्हें विघ्नहर्ता और समृद्धि के देवता माना जाता है। वे हाथी के सिर वाले और मानव शरीर वाले हैं। गणेश जी का पूजन कार्यों की सफलता और जीवन में बाधाओं को दूर...
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Akhurath Sankashti Chaturthi upay 2024: गणेश जी हिन्दू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक हैं, जिन्हें विघ्नहर्ता और समृद्धि के देवता माना जाता है। वे हाथी के सिर वाले और मानव शरीर वाले हैं। गणेश जी का पूजन कार्यों की सफलता और जीवन में बाधाओं को दूर करने के लिए किया जाता है। श्री गणेश अपने भक्तों के समस्त विघ्नों को दूर करने के लिए उनके मार्ग में विकट स्वरूप धारण करके खड़े हो जाते हैं इसलिए किसी भी शुभ कार्य के आरम्भ में भगवान श्री गणेश की पूजा-अर्चना करने का विधान है। कहते हैं कि महादेव पुत्र श्री गणेश के नाम का शुद्ध चित्त भाव से चिंतन करने तथा उनकी श्रद्धा भाव से आराधना करते रहने से जीवन के कष्ट और दुर्भाग्य दूर होते हैं। घर और जीवन में खुशियों के हर रंग भर जाते हैं।
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अखुरथ संकष्टी चतुर्थी एक विशेष हिंदू पर्व है जो गणेश जी के पूजा से जुड़ा होता है। इसे विशेष रूप से संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है, जो हर महीने के कृष्ण पक्ष (अमावस्या के बाद चौथे दिन) में मनाई जाती है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा विशेष रूप से होती है।
भक्त गणेश जी से सुख, समृद्धि और मानसिक शांति की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करते हैं। अखुरथ संकष्टी चतुर्थी का व्रत विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो जीवन में किसी प्रकार की बाधाओं, संकटों या मानसिक तनाव से जूझ रहे होते हैं। माना जाता है कि इस दिन व्रत और पूजा से भगवान गणेश उनके सभी कष्टों को दूर करते हैं और जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाते हैं।
अखुरथ संकष्टी चतुर्थी पर गणेश जी को गुड़ के लड्डू, गन्ने के रस की खीर, मोदक, दूर्वा घास, पान के पत्ते और फल आदि चढ़ाए जाते हैं।
गणेश जी के मंदिर में घी का दीया जलाकर उन्हें लाल रंग के सिंदूर का तिलक लगाएं। गणेश वंदना और गणपति स्तोत्र का पाठ जरूर करें।