Edited By Prachi Sharma,Updated: 10 Nov, 2024 04:00 AM
पंचांग के अनुसार आंवला नवमीं का पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी का पर्व मनाया जाता है यानि की आज 10 नवंबर को ये मनाया जाएगा।
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Amla Navami 2024: पंचांग के अनुसार आंवला नवमीं का पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी का पर्व मनाया जाता है यानि की आज 10 नवंबर को ये मनाया जाएगा। यह पर्व विशेष रूप से आंवला वृक्ष की पूजा के दिन के रूप में प्रसिद्ध है। आंवला का पेड़ न केवल आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है,बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक मान्यताओं में भी इसका विशेष स्थान है। आंवला नवमीं के दिन आंवला के पेड़ की पूजा करने से व्यक्ति को शांति, समृद्धि, और संतान सुख की प्राप्ति होती है। आंवला नवमीं के दिन सबसे पहले आंवला के पेड़ की पूजा करनी चाहिए। आंवला को मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है और इसके वृक्ष के नीचे बैठकर पूजा करने से दरिद्रता समाप्त होती है, और घर में समृद्धि का वास होता है। इस दिन कुछ खास उपाय करने से जीवन का हर ऐशो-आराम आपके पास होता है। तो चलिए जानते हैं आज के दिन कौन से खास उपाय करने चाहिए।
आंवला और गुड़ का सेवन
आंवला नवमीं के दिन आंवला और गुड़ का सेवन विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है। आंवला और गुड़ का सेवन करने से सेहत में सुधार होता है और शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है। यह विशेष रूप से पाचन और रक्त शुद्धि के लिए लाभकारी है। साथ ही, यह उपाय आपके जीवन से कष्ट और संकटों को दूर करने में मदद करता है।
आंवला के पेड़ के नीचे बैठकर प्रार्थना
अगर आप किसी खास मनोकामना की पूर्ति के लिए आंवला नवमीं का पर्व मना रहे हैं, तो आंवला के पेड़ के नीचे बैठकर सच्चे मन से प्रार्थना करें। साथ ही, शुद्ध मानसिकता से अपने इरादों को साफ रखें। यह माना जाता है कि इस दिन किए गए अच्छे कार्यों और प्रार्थनाओं का फल जल्द ही मिलता है।
आंवला के 7 फलों का दान
आंवला नवमीं के दिन 7 आंवला के फल लेकर किसी ब्राह्मण या गरीब व्यक्ति को दान करें। यह दान विशेष रूप से संतान सुख, लक्ष्मी प्राप्ति, और दरिद्रता के निवारण के लिए लाभकारी होता है। दान करते समय विशेष रूप से प्रार्थना करें कि आपके जीवन में सुख-समृद्धि आए और सभी दुखों का नाश हो।
आंवला का तेल लगाना
यदि आप अपने जीवन में किसी विशेष समस्या का सामना कर रहे हैं, जैसे कार्यों में रुकावटें, स्वास्थ्य समस्याएं, या मानसिक तनाव, तो आंवला के तेल का उपयोग करना एक अचूक उपाय हो सकता है। आंवला तेल सिर पर लगाकर मालिश करने से मानसिक शांति मिलती है और तनाव दूर होता है। आंवला तेल का नियमित उपयोग से व्यक्ति के शरीर में शक्ति का संचार होता है और मानसिक स्थिति भी बेहतर होती है।
घर में आंवला के पेड़ का रोपण
यदि आपके पास आंवला के वृक्ष का कोई स्थान है, तो आंवला नवमीं के दिन उसे घर में लगाएं। आंवला का पेड़ घर के आंगन या बगिया में लगाने से घर में सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है। यह घर की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करता है और सकारात्मक वातावरण का निर्माण करता है। आंवला नवमी के दिन मां लक्ष्मी की पूजा करें और उनको खीर का भोग लगाएं।
शिव और लक्ष्मी पूजा का महत्व
आंवला नवमीं के दिन शिव और लक्ष्मी की पूजा भी महत्वपूर्ण मानी जाती है। विशेष रूप से इस दिन शिवजी और मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करने से धन और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। "ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी: प्रचोदयात्" का जाप करें।