Edited By Prachi Sharma,Updated: 23 Aug, 2024 06:44 AM
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंद्र सिंह धामी ने कहा कि कतर के दोहा में वहां की पुलिस द्वारा श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के 2 पवित्र
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अमृतसर/जैतो (दीपक, सर्बजीत, पराशर): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंद्र सिंह धामी ने कहा कि कतर के दोहा में वहां की पुलिस द्वारा श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के 2 पवित्र स्वरूपों को अपने पास रखना बड़ा अपमान है।
उन्होंने इसका नोटिस लेते हुए भारत के विदेश मंत्री और कतर में भारतीय राजदूत को पत्र लिखकर इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया। उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा कि पुलिस द्वारा पवित्र स्वरूपों को रखना बड़ा अपमान है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। यह मामला हाल ही में ब्रिटिश सिख संगठन भाई घन्हैया ह्यूमैनिटेरियन एड द्वारा जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब के ध्यान में लाया गया था, जिन्होंने शिरोमणि कमेटी को इस मामले को आगे बढ़ाने के आदेश जारी किए थे।
एडवोकेट धामी ने कहा कि एक सिख को दिसम्बर, 2023 में कतर की दोहा पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसे बाद में रिहा कर दिया गया था, लेकिन उसके पास से मिले गुरु साहिब के 2 पवित्र स्वरूपों को वहां की पुलिस ने थाने में रखा हुआ है, जो गुरु साहिब का बहुत बड़ा अपमान है। उन्होंने बताया कि दोहा में गिरफ्तार किया गया सिख बिरकत अल-अवामेर में अपनी संपत्ति में स्थापित गुरुद्वारा साहिब में निजी तौर पर गुरु साहिब का प्रकाश करता था और स्थानीय सिखों से मेलजोल रखता था, लेकिन पुलिस ने बिना जांच किए कार्रवाई की और गुरु साहिब के स्वरूप दोहा के अल वकारा थाने में रखे हुए हैं।
उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर और दोहा-कतर में भारत के राजदूत विपुल को पत्र लिखकर गुरु साहिब के स्वरूपों को सिख मर्यादा के अनुसार थाने से लेकर गुरुद्वारा साहिब में उनका प्रकाश करवाने का अनुरोध किया है।