Edited By Niyati Bhandari,Updated: 11 Dec, 2024 07:49 AM
Annapurna Jayanti 2024: सनातन धर्म में अन्नपूर्णा जयंती का बहुत महत्व है। यह दिन माता अन्नपूर्णा की पूजा के लिए बहुत खास माना जाता है। हर साल मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि पर अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाती है। इस बार अन्नपूर्णा जयंती 15 दिसंबर को मनाई...
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Annapurna Jayanti 2024: सनातन धर्म में अन्नपूर्णा जयंती का बहुत महत्व है। यह दिन माता अन्नपूर्णा की पूजा के लिए बहुत खास माना जाता है। हर साल मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि पर अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाती है। इस बार अन्नपूर्णा जयंती 15 दिसंबर को मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस दिन माता अन्नपूर्णा की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करने से घर में धन-धान्य में बढ़ोतरी होती है और घर में अन्न-धन की कभी कोई कमी नहीं होती है। साथ ही मां अन्नपूर्णा का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है। तो आइए जानते हैं अन्नपूर्णा जयंती के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में-
Annapurna Jayanti 2024 Date And Shubh Muhurat अन्नपूर्णा जयंती तिथि और शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि 14 दिसंबर को शाम 04 बजकर 58 मिनट पर शुरू होगी और इस तिथि का समापन 15 दिसंबर दोपहर 02 बजकर 31 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार 15 दिसंबर को मार्गशीर्ष पूर्णिमा मनाई जाएगी।
Annapurna Jayanti Puja Vidhi अन्नपूर्णा जयंती पूजा विधि
अन्नपूर्णा जयंती के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें।
फिर घर और मंदिर की अच्छे से साफ-सफाई करें और गंगा जल का छिड़काव करें।
इसके बाद एक चौकी पर मां अन्नपूर्णा की मूर्ति स्थापित करें।
अब माता अन्नपूर्णा को कुमकुम, हल्दी, अक्षत, नैवेद्य और तुलसी पत्र अर्पित करें।
उसके बाद माता को सिंदूर, कुमकुम और चंदन का टीका लगाएं।
फिर माता अन्नपूर्णा को खीर, पूड़ी, हलवा, सब्जी और फलों का भोग लगाएं।
माता अन्नपूर्णा की पूजा के दौरान उनके मंत्रों का जाप करें।
अंत में माता अन्नपूर्णा के समक्ष घी का दीपक जलाएं और आरती करें।