Edited By Prachi Sharma,Updated: 04 Jul, 2024 07:44 AM
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को आषाढ़ अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस बार ये अमावस्या 5 जुलाई को पड़ रही है
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Ashadha Amavasya: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को आषाढ़ अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस बार ये अमावस्या 5 जुलाई को पड़ रही है। इस दिन विधि-विधान के साथ अगर दान-पुण्य किया जाए तो जीवन के हर तरह के पापों से मुक्ति मिलती है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन पितृ धरती पर आते हैं। इसी वजह से इस दिन की महीना इतनी ज्यादा है। अमावस्या का दिन भगवान विष्णु और पितरों को समर्पित है। इस बार की अमावस्या पर बहुत से शुभ योगों का निर्माण होने जा रहा है। अगर इन योगों में कुछ उपाय कर लिए जाए तो सारी समस्या समाप्त हो जाती हैं।
These 2 auspicious yogas are being formed on Ashadha Amavasya आषाढ़ अमावस्या पर बन रहे ये 2 शुभ योग
ज्योतिष गणना के अनुसार आषाढ़ अमावस्या के दिन दो शुभ योग का निर्माण होने जा रहा है। भगवान की आराधना करने के लिए ये योग बेहद ही खास और लाभदायक है। बता दें कि इस दिन ध्रुव योग और इसके बाद शिव योग बन रहा है। जो बहुत ही ज्यादा खास और महत्वपूर्ण हैं। रोग, दोष, कर्ज, पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए ये दिन बहुत ही लाभदायक है। अगर आप भी इन परेशानियों से मुक्ति पाना चाहते हैं इन उपायों को अवश्य करना चाहिए।
Take these measures करें ये उपाय
आषाढ़ अमावस्या के दिन ज्यादा से ज्यादा दान-पुण्य करना चाहिए। ऐसा करने से पितृ आपसे बहुत ही खुश होते हैं और साथ में हमारे पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है।
दक्षिण दिशा को पितरों की दिशा कहा जाता है। ऐसे में इस दिशा में सरसों के तेल का दीपक में थोड़े से तिल भिगोकर रख दें। ऐसा करने से आपके जीवन से परेशानियों का काला साया हट जाता है।
धान-धान्य से जुड़ी परेशानियों से निजात पाने के लिए लाल कपड़े में अलसी के बीज और कपूर को बांध दें और इसके बाद ऊपर से कलावा लपेट दें। ऐसा करने से धन आगमन के योग बनते हैं।