Edited By Niyati Bhandari,Updated: 06 Jul, 2024 07:44 AM
हर साल आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से गुप्त नवरात्रि की शुरुआत होती है। नवरात्रि का त्योहार साल में चार बार मनाया जाता है। इनमें से 2 प्रत्यक्ष नवरात्रि और 2 गुप्त नवरात्रि होती हैं। इस बार
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Ashadha Gupt Navratri 2024: हर साल आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से गुप्त नवरात्रि की शुरुआत होती है। नवरात्रि का त्योहार साल में चार बार मनाया जाता है। इनमें से 2 प्रत्यक्ष नवरात्रि और 2 गुप्त नवरात्रि होती हैं। इस बार आषाढ़ गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 6 जुलाई से होने जा रही है और इसका समापन 15 जुलाई 2024 को होगा। गुप्त नवरात्रि तंत्र साधना वालों के लिए खास मानी जाती है। इस बार गुप्त नवरात्रि 9 दिन की बजाय 10 दिन की होगी। नवरात्रि के दौरान माता रानी की पूरे विधि-विधान से पूजा करने पर जीवन में आने वाली हर परेशानी से छुटकारा मिलता है। मान्यता है माता रानी अपने भक्तों को आशीर्वाद देने धरती लोक पर आती हैं। नवरात्रि पर माता रानी का आगमन विशेष वाहन पर होता है। तो आइए जानते हैं कि इस बार मां किस वाहन पर सवार होकर आ रही हैं-
What will be the ride of Mata Rani क्या होगी माता रानी की सवारी
शास्त्रों के अनुसार, जब भी नवरात्रि की शुरुआत शनिवार से होती है तो माता रानी घोड़े पर सवार होकर आती हैं। इस बार भी आषाढ़ माह की नवरात्रि में मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आ रही हैं। माता दुर्गा का घोड़े पर सवार होकर आना शुभ नहीं माना जाता है। मान्यता है कि माता रानी का घोड़े पर सवार होकर आना प्राकृतिक आपदा का इशारा है।
Ashadha Gupt Navratri Importance आषाढ़ गुप्त नवरात्रि महत्व
सनातन धर्म में गुप्त नवरात्रि का बहुत महत्व है। इस नवरात्रि में 10 महाविद्याओं की गुप्त तरीके से पूजा की जाती है। इस नवरात्रि में तंत्र साधना का भी महत्व है। इस दौरान 10 महाविद्याओं की साधना करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और मन की हर मुराद पूरी होती है।