Edited By Prachi Sharma,Updated: 23 Jun, 2024 07:19 AM
आज से आषाढ़ माह की शुरुआत हो चुकी है जिसका समापन 21 जुलाई को होगा। यह माह आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दोनों दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस महीने में भगवान विष्णु और मां दुर्गा की
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Ashadha Month 2024: आज से आषाढ़ माह की शुरुआत हो चुकी है जिसका समापन 21 जुलाई को होगा। यह माह आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दोनों दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस महीने में भगवान विष्णु और मां दुर्गा की विशेष तौर पर पूजा की जाती है। मान्यताओं के अनुसार, यह माह तीर्थ यात्रा और कामना पूर्ति के लिए बेहद ही खास होता है। वहीं अगर कोई व्यक्ति आषाढ़ के इस पावन मास में ज्योतिष शास्त्र के बताए गए अचूक उपायों को कर लेता है तो उसको जीवन में अपार धन-वैभव की प्राप्ति होता है और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। तो आइए देर न करते हुए आपको बताते हैं आषाढ़ माह के उपायों के बारे में-
सबसे पहले उपाय के तौर पर बता दें कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, आषाढ़ का महीना यज्ञ और धार्मिक अनुष्ठान कराने के लिए शुभ होता है। वर्ष के 12 महीनों में एकमात्र आषाढ़ का महीना ऐसा होता है, जिसमें यज्ञ कराने से शीघ्र की शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इतना ही नहीं इसके साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन भी होता है। तो ऐसे में आप भी आषाढ़ के महीने में घर की सुख-संपन्नता के लिए घर में धार्मिक अनुष्ठान और हवन जरूर करवाएं।
बात करें दूसरे उपाय की तो- ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, आषाढ़ माह में भगवान विष्णु, भगवान शिव, मां दुर्गा और हनुमान जी की पूजा करने से दोगुना फल मिलता है। इस महीने में श्री हरि की पूजा करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है। वहीं इस महीने में गुप्त नवरात्रि भी आती है ऐसे में इस महीने में मां आदिशक्ति की पूजा करने से आपको मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है और मां दुर्गा की अपार कृपा प्राप्त होती है।
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तो वही यदि आप अपनी कुंडली में सूर्य की स्थिति को मजबूत करना चाहते हैं तो इस माह में रोजाना सूर्योदय से पूर्व उठे और स्नान करें फिर सूर्योदय होने पर जल में रोली मिलाकर सूर्य को अर्घ्य दें। ध्यान रखें कि सूर्य को अर्घ्य देने से पहले आपको कुछ भी ग्रहण नहीं करना है। ऐसा करने से आपको जीवन में मान-सम्मान और यश की प्राप्ति होती है साथ ही साथ स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है क्योंकि सूर्यदेव को आरोग्य के देवता भी कहा गया है।
आगे आपको बता दें कि यदि आपके वैवाहिक जीवन में किसी तरह का कोई तनाव चल रहा है, पति-पत्नी के बीच आपसी तालमेल नहीं बन रहा है तो इस महीने में मिट्टी का घड़ा लाएं और इसके ऊपरी भाग पर पहले कलावा बांधे, फिर उसमें पानी भरकर उसे शयनकक्ष में रख दें। इस उपाय को करने से दांपत्य जीवन में चल रहा कलह-क्लेश दूर होता है और रिश्तों में मिठास आती है।