Edited By Niyati Bhandari,Updated: 05 Jul, 2024 07:30 AM
यदि आप भगवान शिव के भक्त हैं तो आप महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में स्थित प्राचीन शिव धाम औंधा नागनाथ जाने की योजना बना सकते हैं। औंधा नागनाथ न सिर्फ भारत के बारह प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में से आठवां स्थान रखता है बल्कि
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Aundha Nagnath Temple: यदि आप भगवान शिव के भक्त हैं तो आप महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में स्थित प्राचीन शिव धाम औंधा नागनाथ जाने की योजना बना सकते हैं। औंधा नागनाथ न सिर्फ भारत के बारह प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में से आठवां स्थान रखता है बल्कि यह ज्योतिर्लिंग इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि मान्यता के अनुसार यह महाभारत काल में पांडवों द्वारा स्थापित किया गया था। यह मंदिर लगभग 60,000 फुट भूभाग में फैला हुआ है। इस मंदिर की सबसे अनोखी बात यह है कि यहां नंदी की मूर्ति मंदिर के आगे होने की बजाय पीछे है।
औंधा नागनाथ मंदिर की वास्तु कला अद्भुत है। इस मंदिर के चारों ओर अनेक छोटे मंदिर हैं। यहां आप भगवान दत्तात्रेय, नीलकंठेश्वर, दशावतार, वेदव्यासलिंग और गणपति सहित अन्य ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कर सकते हैं। वर्तमान मंदिर का निर्माण 13वीं सदी के यादवों के शासनकाल में करवाया गया था। गर्मी का मौसम छोड़ कर औंधा की सैर साल भर में कभी भी की जा सकती है। अप्रैल, मई और जून में यहां गर्मी का मौसम होता है इसलिए लोग कम ही जाते हैं लेकिन मानसून एवं सर्दियों के शेष समय में खासकर सावन और महाशिवरात्रि पर यहां श्रद्धालुओं के अलावा घुमक्कड़ी के शौकीनों का मेला लगा रहता है।
Nagnath Jyotirlinga नागनाथ ज्योतिर्लिंग : नागनाथ ज्योतिर्लिंग पूजा के लिए एक धार्मिक स्थान है और हिंदू धर्म में इसका बहुत अधिक महत्व है। नागनाथ मंदिर की नक्काशी मनमोहक है, जिससे इस स्थान की सुंदरता और अधिक बढ़ जाती है। मंदिर पत्थरों से बना है। इस मंदिर की एक विचित्र बात यह है कि शिव के गण नंदी की मूर्ति यहां मंदिर के पीछे स्थित है जबकि समान्यत: नंदी की मूर्ति शिव मंदिर के प्रवेश द्वार के पास होती है।
This is how you reached Aundha Nagnath ऐसे पहुंचे औंधा नागनाथ: पवित्र तीर्थ क्षेत्र औंधा नागनाथ अत्यंत सुविधाजनक स्थान पर स्थित है और हिंगोली के निकट स्थित होने के कारण यह अन्य शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
Road सड़क मार्ग : औंधा और मुम्बई के बीच की दूरी लगभग 580 किलो मीटर है। यह संभाजी नगर से लगभग 200 किलोमीटर तथा नागपुर से 360 किलोमीटर दूर है। राज्य परिवहन की तथा निजी बसें इन शहरों और औंधा नागनाथ के बीच चलती हैं। इसके अलावा चौड़ी, परभणी से भी बसें चलती हैं। आप हिंगोली स्टेशन का विकल्प भी चुन सकते हैं जो औंधा से सिर्फ आधे घंटे की दूरी पर है।
By Rail रेल मार्ग से : औंधा नागनाथ तक पहुंचने के लिए निकटतम स्टेशन चोंडी है। यह लगभग 21 किलोमीटर दूर स्थित है। यह देश के कई प्रमुख रेलवे स्टेशनों से जुड़ा हुआ है। एक अन्य विकल्प लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हिंगोली स्टेशन है और यहां से बस या टैक्सी द्वारा औंधा तक पहुंच सकते हैं।
By Air वायु मार्ग से : लगभग 210 किलोमीटर की दूरी पर स्थित संभाजीनगर का हवाई अड्डा औंधा नागनाथ का निकटतम घरेलू हवाई अड्डा है। लगभग 580 किलोमीटर की दूरी पर स्थित मुम्बई का छत्रपति शिवाजी हवाई अड्डा निकटतम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है।
इस मंदिर में शिवरात्रि और मकर संक्रांति के दिन मेला भी लगता है। यही नहीं मध्यप्रदेश सरकार की ओर से सालाना भोजपुर उत्सव भी आयोजित होता है। वर्ष 2010 राजाभोज द्वारा स्थापित शिवमंदिर और भोजपुर के लिए ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण वर्ष था जब निकट स्थित प्राचीन स्थल आशापुरी की पुरातात्विक धरोहर के संरक्षण की पहल हुई।