Edited By Prachi Sharma,Updated: 16 Jul, 2024 06:49 AM
हजारों श्रद्धालुओं ने ‘जय जगन्नाथ’ के जयकारों और झांझ-मंजीरों की ध्वनि के बीच सोमवार को जगत पालक भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ की
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पुरी (प.स.): हजारों श्रद्धालुओं ने ‘जय जगन्नाथ’ के जयकारों और झांझ-मंजीरों की ध्वनि के बीच सोमवार को जगत पालक भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा और भगवान जगन्नाथ की ‘बहुड़ा यात्रा’ या वापसी यात्रा में उनके रथों को खींचा।
तय कार्यक्रम के अनुसार ‘बहुड़ा यात्रा’ अपराह्न 4 बजे शुरू होनी थी लेकिन यह यात्रा कुछ समय पहले ही ‘जय जगन्नाथ’ के जयकारों और झांझ मंजीरों की आवाज के साथ शुरू हुई। श्रद्धालुओं ने भगवान बलभद्र के रथ ‘तालध्वज’ को अपराह्न 3 बजकर 25 मिनट पर खींचना शुरू किया।
देवी सुभद्रा का रथ ‘देवदलन’ अपराह्न 4 बजे वापसी यात्रा पर निकला जबकि भगवान जगन्नाथ के रथ ‘नंदीघोष’ की ‘बहुड़ा यात्रा’ अपराह्न 4 बजकर 15 मिनट पर शुरू हुई। पुरी के राजा ‘गजपति महाराज’ दिव्य सिंह देब द्वारा ‘छेरा पहरा’ अनुष्ठान करने के बाद रथ खींचने की शुरुआत हुई।