Edited By Niyati Bhandari,Updated: 20 Aug, 2024 11:31 AM
22 अगस्त, बृहस्पतिवार को भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। यह दिन श्रीगणेश को समर्पित है इसलिए बहुला चतुर्थी व बहुला चौथ के नाम से जाना जाता है। साल भर में आने वाली मुख्य 4 चतुर्थीयों में से एक यह भी है।
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Bahula ganesh chaturthi 2024: 22 अगस्त, बृहस्पतिवार को भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है। यह दिन श्रीगणेश को समर्पित है इसलिए बहुला चतुर्थी व बहुला चौथ के नाम से जाना जाता है। साल भर में आने वाली मुख्य 4 चतुर्थीयों में से एक यह भी है।
Bahula Chaturthi worship method बहुला चतुर्थी पूजा विधि
रात को चन्द्रमा के उदय होने पर उन्हें सफेद फूलों और दूध से अर्घ्य दें। शंख में दूध, सुपारी, गंध तथा चावल से भगवान श्री गणेश और चतुर्थी तिथि को भी अर्घ्य दें। जौ तथा सत्तू का भोग लगाएं तथा पूजन से निवृत होकर भोग प्रसाद का ही भोजन करें। चंद्र उदय होने तक हो सके तो मौन व्रत रखें या जितना हो सके कम बोलें।
इस पूजन और उपाय से निसंतान को संतान की प्राप्ति होती है। संतान के सुखों में वृद्धि होती है। घर-परिवार में लक्ष्मी, सुख और शांति विद्यमान होती है। लक्ष्मी जी गणेश जी को अपना पुत्र मानती हैं तभी तो दोनों का पूजन एक साथ होता है। अत: आज इस इस विशेष उपाय को करने से धन संबंधित सभी इच्छाओं को पूरा किया जा सकता है। सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। व्यक्ति को मानसिक तथा शारीरिक कष्टों से छुटकारा मिलता है।
आज इन बातों का रखें ध्यान
गाय के दूध से बनी कोई भी वस्तु न खाएं।
गौशाला जाकर गाय माता के साथ-साथ बछड़े की भी पूजा करें।
मिट्टी से बनी भगवान शिव-पार्वती, कार्तिकेय-श्रीगणेश और गाय माता की प्रतिमा की पूजा करें।
बहुला कथा का पाठ अवश्य करें।