Edited By Niyati Bhandari,Updated: 24 Aug, 2024 07:02 AM
बलराम जी जिन्हें बलदेव या हलधर भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म के प्रमुख देवता और भगवान कृष्ण के बड़े भाई हैं। बलराम जी को विशेष रूप से उनकी बलशाली और पराक्रमी प्रवृत्तियों के लिए जाना जाता है।
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Balaram jayanti 2024: बलराम जी जिन्हें बलदेव या हलधर भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म के प्रमुख देवता और भगवान कृष्ण के बड़े भाई हैं। बलराम जी को विशेष रूप से उनकी बलशाली और पराक्रमी प्रवृत्तियों के लिए जाना जाता है। वे हल (हलधर) और मूसल (मूसलधर) के रूप में कृषक कार्यों से जुड़े रहे हैं। बलराम जी को कृषि और खेतिहर जीवन का देवता माना जाता है। उन्होंने कृषि की कला को विकसित किया और खेती के उपकरण जैसे हल और मूसल को लोकप्रिय बनाया।
Balaram jayanti: इस विधि से करें बलराम जी की पूजा, होगी हर इच्छा पूरी
भगवान श्री कृष्ण के बड़े भाई बलराम जी का जन्म एक दिव्य संरचना से हुआ था। जो हिन्दू धर्म के महाकाव्य भागवत पुराण और अन्य ग्रंथों में वर्णित है। बलराम जी का जन्म कंस के अत्याचारों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण अध्याय है। कंस यादव वंश के राजा उग्रसेन का पुत्र था। उसने अपनी बहन देवकी के पुत्र भगवान कृष्ण के जन्म की भविष्यवाणी के बाद उसे जेल में डाल दिया था। कंस को आकाशवाणी हुई थी कि देवकी का आठवां पुत्र उसकी मृत्यु का कारण बनेगा। इस भय से कंस ने देवकी और उनके पति वासुदेव को बंदी बना लिया और उनके सभी बच्चों की हत्या करने का आदेश दिया।
जब कंस ने देवकी के 6 पुत्रों की हत्या कर दी तब सातवें गर्भ की अवस्था में बलराम जी को भगवान विष्णु की माया ने उनके गर्भ से निकाल कर रोहिणी के गर्भ में स्थानांतरित कर दिया। रोहिणी वासुदेव की पहली पत्नी थी और बलराम जी को उन्होंने अपने पुत्र के रूप में पाला। देवकी और वासुदेव की आठवीं संतान के रुप में भगवान कृष्ण का जन्म हुआ।
बलराम जी ने कृष्ण के साथ मिलकर धर्म की रक्षा और अधर्म का नाश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बलराम जी का जन्म और जीवन उनकी शक्ति, धैर्य और कृषक के रूप में उनके कार्यों के लिए प्रसिद्ध है। उनके भक्त उन्हें बल, साहस और समृद्धि के देवता मानते हैं।